बिलासपुर: मोरसिंघी हैंडबॉल नर्सरी की खिलाड़ियों ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है. इस बार ये इतिहास नर्सरी की कनिष्ठ महिला खिलाड़ियों ने रचा है. गत 7 से 14 मार्च तक कजाकिस्तान के अलमाटी में सम्पन्न हुई 16वीं कनिष्ठ एशियन महिला हैंडबॉल प्रतियोगिता में भारतीय टीम ने इतिहास रचते हुए सभी टीमों को पछाड़ कर स्वर्ण पदक हासिल किया व देश का नाम रोशन किया.
खास बात है कि बिलासपुर के बेटी व मोरसिंघी हैंडबॉल नर्सरी की अंतरराष्ट्रीय हैंडबॉल खिलाड़ी प्रियंका ठाकुर ने भारतीय टीम की कप्तानी की. प्रियंका ठाकुर ने प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन किया. इसी के साथ नर्सरी की 4 अन्य खिलाड़ियों भावना शर्मा, चेतना (गोलकिप्पर), संजना व जस्सी भी टीम की सदस्य रही.
इस सभी खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारतीय कनिष्ठ महिला टीम ने 16वीं ऐशियन कनिष्ठ महिला हैंडबॉल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक हासिल कर इतिहास रच दिया. ध्यान रहे कि इस ऐतिहासिक जीत के पीछे मोरसिंघी हैंडबॉल नर्सरी की संचालिका व कोच स्नेहलता का भरपूर योगदान है.
गौर हो कि इस प्रतियोगिता को जीत भारतीय कनिष्ठ महिला टीम ने वर्ल्ड प्रतियोगिता के लिए भी क्वालीफाई कर लिया है. अलमाटी से स्वर्ण पदक जीत कर भारत लौटी टीम का दिल्ली एयरपोर्ट पर भारतीय हैंडबॉल संघ द्वारा भव्य स्वागत किया गया.
स्वागत कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि भारतीय ओलम्पिक्स संघ के महासचिव राजीव मेहता, वरिष्ठ उपप्रधान अनिल खन्ना ,कोषाध्यक्ष आनंदेश्वर पांडे, भारतीय हैंडबॉल संघ के महासचिव तेजराज सिंह विशेष अतिथि के रुप मे शिरकत की.