बिलासपुरः श्री नैना देवी में श्रद्धालुओं एवं यात्रीयों से पूरा किराया लेने के बावजूद उन्हें गंतव्य से 3 किलोमीटर पीछे ही उतारा जा रहा है. ऐसा प्राइवेट बस सेवा के द्वारा नहीं बल्कि एचआरटीसी बिलासपुर की बस सेवा की ओर से किया जा रहा है.
लोगों की शिकायत के बाद मीडिया ने मौके पर जाकर देखा तो पता चला कि बिलासपुर से नंगल से जाने वाली बस श्री नैना देवी के मुख्य बस अड्डा पर पहुंचती ही नहीं है.
जो भी श्रद्धालु या स्थानीय लोग इस बस में सफर करते हैं. उनसे किराया पूरा वसूल किया जा रहा हैं, लेकिन लोगों को 3 किलोमीटर पीछे घवंडल चौक पर ही उतार दिया जाता है और फिर वहां से टैक्सी के माध्यम से श्रद्धालु मंदिर तक पहुंचते है.
सवारियों का कहना है कि उन्हें पैदल मुख्य बस अड्डा से घवांडल चौक तक बस पकड़ने के लिए पहुंचना पड़ता है. समय तो बर्बाद होता ही है, साथ में किराया भी पूरा लिया जा रहा है. जिस कारण उन्हें भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
वहीं, इस बारे में बस कंडक्टर ने बताया कि वे कुछ ही दिनों से इस रूट पर आ रहा हैं, उन्हें इसकी जानकारी नहीं है, लेकिन जब चालक से पूछा गया तो उसने कहा कि कंडक्टर इसके बारे में बताएगा. बस चालक और परिचालक दोनों ने ही इस बात का जवाब देने से पल्ला झाड़ दिया.
इस दौरान बस अड्डा अधिकारी किशोरी लाल ने बताया कि ये मामला उनके ध्यान में लाया गया है. क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव मामले आने के बाद बस सेवा को प्रशासन ने रोक दिया गया था, लेकिन फिर से बस सेवा को श्री नैना देवी के लिए सुचारू कर दी जाएगा. ताकि लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े.
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