हरियाणा बोल्या: डार्क जोन में बिन पानी कैसे गुजर बसर कर रहे हैं किसान ? देखिए रिपोर्ट - धान पर रोक
अंबाला: 'हरियाणा बोल्या' में आज हम बात करेंगे घटते भूजल स्तर और उससे हो रही किसानों को परेशानी के बारे में. सरकार और प्रशासन की तरफ से किए जा रहे तमाम वादों की हकीकत जानने के लिए जब ईटीवी भारत की टीम अंबाला ब्लॉक-1 के चलबेड़ा गांव पहुंची, तो किसानों ने कहा की कृषि विभाग के अधिकारी यहां आए जरूर थे और उन्होंने लोगों को मुफ्त मक्की के बीजों के बारे में जानकारी दी और उन्हें रजिस्ट्रेशन करने के लिए भी प्रेरित किया. वहीं किसानों ने कहा कि ऐसा नहीं है कि भूजल स्तर को बढ़ाने के लिए यह सरकार कोई अनोखा और पहला कदम उठा रही है. इसके पहले की सरकारों ने भी यह कदम उठाए, लेकिन उनकी कथनी और करनी में दिन-रात का फर्क निकला जिसके चलते यह योजनाएं सिरे नहीं चढ़ सकी. आपको बता दें कि लगातार घटते भूजल स्तर को देखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जल ही जीवन नामक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है जिसके अंतर्गत अंबाला जिले के ब्लॉक साहा और अंबाला ब्लॉक वन को सम्मिलित किया गया है. इस योजना का मकसद है कि धान के बजाय कम पानी में पैदा होने वाले फसलों के प्रति किसानों को जागरूक किया जाए प्रदेश के 7 जिलों के 8 ब्लॉकों में योजना शुरू की गई है.