यमुनानगर: कोरोना महामारी के चलते शिक्षा सेशन 2020-21 काफी प्रभावित रहा. इस दौरान बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा दी गई. अब परीक्षा के जब स्कल एनुअल फीस मांग रहे हैं. तो हर जगह हंगामे देखने को मिल रहा है. वहीं यमुनानगर में एक निजी स्कूल के बाहर लगातार तीन दिनों तक अभिभावकों ने हंगामा किया.
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स्कूल प्रशासन द्वारा कोई सुनवाई नहीं होते देख अभिभावकों ने सोमवार को जिला उपायुक्त के सामने गुहार लगाई. जिसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने अंबाला जिला शिक्षा अधिकारी के तर्ज पर यमुनानगर में भी एक लेटर जारी किया था. जिसमें कहा गया था कि स्कूल एनुअल फीस की मांग नहीं कर सकते और ट्यूशन फीस के अलावा कोई चार्ज नहीं ले सकते. साथ ही लेटर में ये भी लिखा था कि अगर कोई स्कूल ऐसा करता है तो उसकी जांच की जाएगी.
अभिभावकों के हंगामे के बाद प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने की अतिरिक्त जिला उपायुक्त से मुलाकात लेटर जारी होने के अगले दिन (मंगलवार) ही मंगलवार को प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन भी जिला सचिवालय पहुंच गए और अतिरिक्त जिला उपायुक्त से मुलाकात की और उनके सामने अपनी बात रखी.
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इस संबंध में प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रधान पीएस साहनी ने बताया कि वो सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के निर्देश पर ही अभिभावकों से फीस मांग रहे हैं. जो जिला शिक्षा अधिकारी के संज्ञान में नहीं है. क्योंकि विभाग के डायरेक्टर की तरफ से उन्हें ये निर्देश नहीं पहुंचे हैं.
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रधान ने बताया कि अतिरिक्त जिला उपायुक्त ने खुद विभाग के डायरेक्टर से बातचीत की है और उन्होंने आश्वासन दिया है कि जल्द ही इसका समाधान निकाला जाेगा. उन्होंने बताया कि कल जो लेटर जारी किया गया है. उसे वापस लेने की मांग की गई.
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फिलहाल यहां असमंजस की स्थिति बनी हुई है, क्योंकि एक तरफ तो बीते कल ही अभिभावकों की मांग पर अंबाला की तर्ज पर यहां भी नोटिस जारी किया गया था, लेकिन अब प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन को भी अतिरिक्त जिला उपायुक्त ने आश्वासन दिया है कि यदि उनकी बात सही है, तो इस पर भी जांच की जाएगी.