यमुनानगर:यमुनानगर में 3 दिन से ड्राइंग टीचर के साथ मिलकर गेस्ट टीचर्स लघु सचिवालय के पास अनाज मंडी में धरना प्रदर्शन कर रहे थे. वहीं आज सुबह करीब 6 बजे प्रदर्शनकारी अंधेरे में ही शिक्षा मंत्री आवास पहुंच गए. जिस पर स्थानीय निवासियों ने पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए. वहीं दोपहर करीब 4 बजे जब प्रशासन के साथ प्रदर्शनकारियों की बातचीत विफल हुई, तो गेस्ट टीचर्स ने गिरफ्तारी (Guest teachers arrest Yamunanagar) देने का फैसला लिया और कुछ ही मिनटों बाद भारी पुलिस बल ने सभी प्रदर्शनकारियों को धरना स्थल से उठाकर रोडवेज और पुलिस की बसों में भर दिया.
बता दें कि यमुनानगर में गेस्ट टीचर (Guest teachers in Yamunanagar) शिक्षा मंत्री निवास से लगभग 500 मीटर दूरी पर बैठकर धरना दे रहे हैं. कड़ाके की ठंड व भारी बरसात में भी हजारों की संख्या में हर जिले से आए ड्राइंग व पीटीआई टीचर्स धरने पर डटे रहे. टीचर्स का कहना था कि जब तक हमारी मांगें नहीं मान ली जाती है, तब तक हम यहां से नहीं जाएंगे. जिसके बाद गेस्ट टीचर्स और ड्राइंग टीचर्स ने मंगलवार को शांतिपूर्ण तरीके से पुलिस को गिरफ्तारी दे दी है. गेस्ट टीचर्स की मानें तो सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा, भारतीय किसान यूनियन, रोडवेज कर्मचारी व आंगनबाड़ी महिलाओं ने गेस्ट टीचर्स को समर्थन दे दिया है.
प्रदर्शन कर रहे 1983 पीटीआई व ड्राइंग अध्यापकों का कहना है कि सरकार ने उन्हें नौकरी से बाहर करने का जो फैसला लिया था वह सरासर गलत था. क्योंकि यह लोग आज भी निर्दोष है कई बार ज्ञापन दिए जाने और मुलाकात करने पर भी इन्हें सरकार द्वारा दोबारा से नौकरी पर नहीं रखा गया है. जबकि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अध्यापकों के बीच जाकर चूल्हा नहीं बुझने देना का विश्वास दिलया था. इसके बावजूद आज हजारों अध्यापक नौकरी से बाहर कर दिए गए हैं. अध्यापकों ने कहा कि जब तक सरकार हमें वापस नौकरी पर नहीं ले लेती तब तक हम अपना धरना प्रदर्शन समाप्त नहीं करेंगे.
वहीं सुबह शिक्षा मंत्री के निवास का घेराव करने आये गेस्ट एवं ड्राइंग टीचर्स का प्रदर्शन सवालों के घेरे में है. आसपास के लोगों ने इसे पुलिस प्रशासन की बड़ी लापरवाही बताया है. सुबह घने अंधेरे और कोहरे के बीच शिक्षा मंत्री के निवास का घेराव करने सैकड़ों टीचर पहुंच गए. हैरानी की बात है कि पुलिस प्रशासन को इस बात की खबर तक नहीं लगी. जब तक पुलिस पहुंची तब तक सैकड़ों टीचर्स सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए शिक्षा मंत्री के निवास पर पहुंच गए थे. इस दौरान पुलिस ने उन्हें हटाने का प्रयास किया और धक्का मुक्की भी हुई. करीब 40 से 50 मिनट तक ये टीचर्स निवास के बाहर बैठे रहे.