यमुनानगरः प्रदेश में विपक्ष को लेकर हरियाणा विधानसभा स्पीकर कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि इसमें विपक्षी पार्टी ही जिम्मेदार है. उन्होंने बताया कि हमने तो विपक्ष को पत्र लिखा था कि वो कोई कोई भी एक रेजुलेशन पास कर हमारे पास भेज दें. जिसका भी नाम विपक्ष भेजेंगे हम उसे तुरंत स्वीकार कर लेंगे, लेकिन विपक्ष की तरफ से हमें कोई भी इस प्रकार का रेजुलेशन अभी तक नहीं मिला.
बिन नेता प्रतिपक्ष चलेगा विधानसभा सत्र या कांग्रेस किसी को देगी मौका? - विधानसभा का मानसून सत्र
विधानसभा का मानसून सत्र 2 अगस्त से शुरू होने जा रहा है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या ये सत्र बिना नेता प्रतिपक्ष के चलेगा या कांग्रेस किसी नेता के नाम को आगे करेगी.
हालांकि सीएलपी लीडर किरण चौधरी ने कहा है कि वो पहले से ही विपक्ष की नेता हैं, लेकिन विपक्षी दलों का नेता और नेता प्रतिपक्ष अलग-अलग होते हैं. उन्होंने बताया कि जिस भी पार्टी का नेता विपक्ष का नेता बनता है वो अपनी मीटिंग बुलाकर एक प्रस्ताव लेकर आता है. उस प्रस्ताव को पास विधायकों के हस्ताक्षर से पास किया जाता है और फिर वो उस प्रस्ताव को स्पीकर के पास भेजते हैं.
विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि कांग्रेस से ही विपक्ष का नेता बनना है. ऐसे में जो भी नाम पार्टी विधानसभा में भेजेंगे हम उसे स्वीकार कर लेंगे. उन्होंने बताया कि सेशन से थोड़ी देर पहले भी अगर वो नाम भेजेंगे तो हम उसे मान्यता दे देंगे.