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गठबंधन सरकार से नाराज कर्मचारी वर्ग, खिलाफ में मतदान का किया ऐलान

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Published : Oct 30, 2020, 12:24 PM IST

बरोदा उपचुनाव में जहां सभी राजनीतिक दल जीत का परचम लहराने के लिए एक्टिव मोड में आ गए हैं तो वहीं बरोदा की जनता भी राजनीतिक पार्टियों के कामकाज को परख रही है, ताकि सही प्रतिनिधी का चुनाव कर सके. इसी चुनावी माहौल में ईटीवी भारत की टीम भी बरोदा में 'बोल बरोदा बोल' कार्यक्रम के तहत लोगों की नब्ज टटोलने पहुंच चुकी है.

Employees will vote against bjp government in upcoming byelection of baroda
बीजेपी-जेजेपी गठबंधन से कर्मचारी वर्ग नाराज- देखें ग्राउंड रिपोर्ट

सोनीपत: हरियाणा की बरोदा विधानसभा सीट पर 3 नवंबर को उपचुनाव होना है. इससे पहले बरोदा की जनता किन मुद्दों को लेकर वोट डालेगी ये जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम लगातार बरोदा की जनता का मन टटोल रही है. ईटीवी भारत की टीम ने कर्मचारियों से बातचीत करते हुए ये जानने की कोशिश की है कि वो किन मुद्दों को लेकर अबकी बार बरोदा विधानसभा सीट पर वोट करने जा रहे हैं. ईटीवी भारत हरियाणा से बातचीत में लोग बीजेपी-जेजेपी गठबंधन सरकार से खासे नाराज दिखे.

बीजेपी की वादाखिलाफी से नाराज कर्मचारी

अजीत नाम के एक कर्मचारी ने बताया कि सरकार ने सफाई कर्मचारियों से वादा किया था कि वो सभी कर्मचारियों को पक्का कर देंगे, लेकिन उनके साथ वादाखिलाफी हुई और उनको पक्का नहीं किया गया. वहीं कच्चे कर्मचारियों को निकाल दिया गया. उनका कहना है कि कोरोना काल में सफाई कर्मचारियों से काम लिया गया और बाद में उनकी अनदेखी कर दी गई.

बीजेपी-जेजेपी गठबंधन से कर्मचारी वर्ग नाराज, देखें ग्राउंड रिपोर्ट

सरकार के खिलाफ वोट डालने का किया ऐलान

वहीं एक कंप्यूटर ऑपरेटर ने बताया कि कच्चे कर्मचारी और पक्के दोनों कर्मचारियों को सरकार ने बाहर का रास्ता दिखाने का काम किया है. जिसके चलते वो सरकार के खिलाफ वोट करने जा रहे हैं. वहीं आनंद शर्मा नाम के कर्मचारी ने बताया कि सरकार ने उनसे वादा किया था कि ठेका प्रथा को खत्म कर दिया जाएगा, लेकिन अभी तक 6 साल हो चुके हैं, लेकिन ठेका प्रथा को खत्म करने की बजाय सरकार ने इशके और मजबूती दी है. कच्चे कर्मचारियों को पक्का नहीं किया गया.

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ईटीवी भारत की टीम जब कर्मचारियों से बातचीत कर रही थी तो उनके तेवर देखकर लग रहा था कि कर्मचारी सरकार से खुश नहीं है और वो लगातार बरोदा उपचुनाव में सरकार का विरोध कर रहे हैं. ऐसे में सरकार को इसका खामियाजा कहीं ना कहीं बरोदा उपचुनाव में भुगतना पड़ सकता है. बरोदा में 3 नवंबर को उपचुनाव का मतदान होगा और 10 नवंबर को चुनाव का परिणाम आएगा.

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