सोनीपत: तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन 13वें दिन भी जारी है. इन 13 दिनों में किसानों को कई संगठनों, पार्टियों और जानी-मानी हस्तियों का साथ मिला है. कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए हरियाणा और पंजाब के किसान दिल्ली के सभी बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं और अब इन किसानों को देशभर के किसानों का साथ मिल रहा है, जो कि सोनीपत-दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर पहुंच रहे हैं.
सिंघु बॉर्डर पहुंचे तेलंगाना के किसान, कहा- ये लड़ाई अब देशभर के किसानों की है
तेलंगाना राज्य के किसान भी आंदोलन के समर्थन में सिंघु बॉर्डर पहुंच गए हैं. उन्होंने कहा कि ये लड़ाई अब सिर्फ हरियाणा और पंजाब के किसानों की नहीं रह गई है. देशभर के किसान कृषि कानूनों के खिलाफ हैं.
इसी कड़ी में तेलंगाना राज्य के किसान भी किसान आंदोलन के समर्थन में सिंघु बॉर्डर पहुंच गए हैं. ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान तेलंगाना से आए किसानों ने कहा ये आंदोलन सिर्फ हरियाणा और पंजाब के किसानों का नहीं है, ये पूरे देश के किसानों का आंदोलन है. देश के सभी किसान कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि तेलंगाना में भी शुरू से इन काले कृषि कानूनों का विरोध हो रहा है और हमें उम्मीद है कि जल्द से जल्द सरकार हमारी बातें मान लेगी और हमारी मांगें पूरी होंगी. उन्होंने आगे कहा कि पहले सरकार कह रही थी कि संशोधन इन कानूनों में किया जाए,गा लेकिन अब हमारी एक ही मांग है इन तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया जाए. हम इन कानूनों में कोई भी संशोधन बर्दाश्त नहीं करेंगे.