सोनीपत: हरियाणा की सियासत में चाल और चौकस दोनों ही चलते हैं. सूबे की सियासत में अक्सर तड़का लगाने में मशहूर राजकुमार सैनी ने मंगलवार को भी कुछ गजब कर दिया. लगातार पूर्व सीएम को ललकारने के बाद मंगलवार को राजकुमार सैनी नामांकन कार्यालय भारी संख्या में कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे, लेकिन वो नामांकन नहीं कर पाए. अब चर्चाएं ये भी हैं कि सैनी वास्तव में नामांकन करना ही नहीं चाहते थे.
इस खबर के सामने आते ही ये सवाल भी खड़े होने लगे हैं कि आखिर एक मौजूदा सांसद को नामांकन की प्रकिया के बारे में कैसे मालूम नहीं हो सकता. चर्चा तो ये भी है कि राजकुमार सैनी भूपेंद्र सिंह हुड्डा से सामने खड़ा ही नहीं होना चाहते थे. सैनी जानबूझ कर नामांकन कार्यालय देरी से पहुंचे.
राजकुमार सैनी ने पहले किया था नामांकन के लिए मना, फिर नामांकन के लिए पहुंचे कार्यालय, वीडियो वहीं 22 अप्रैल को राजकुमार सैनी अपनी पार्टी से उम्मीदवार राजबाला सैनी के नामांकन पर पहुंचे थे. जिस दौरान राजकुमार सैनी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था कि हुड्डा ने देरी से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है इसलिए वो चुनाव नहीं लड़ेंगे.
बता दें कि राजकुमार सैनी लोकसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद से ही पूर्व सीएम को ललकार रहे थे. सैनी का कहना था कि अगर भूपेंद्र सिंह हुड्डा सोनीपत से खड़े होंगे तो मैं भी वहीं से चुनाव लडुंगा और उन्हें हाराऊंगा, लेकिन 15 अप्रैल को 2019 को राजकुमार सैनी ने सोनीपत से अपनी पार्टी की तरफ से राजबाला सैनी का नाम आगे किया. सैनी का कहना था कि कांग्रेस पार्टी काफी देरी कर चुकी है इसलिए हम राजबाला को मैदान में उतार रहे हैं.