सोनीपत:हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज (Anil Vij in Sonipat) रविवार को एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करने सोनीपत पहुंचे. जहां किसान आंदोलन को लेकर अनिल विज (Anil Vij on farmer protest) ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने कृषि कानून वापस ले लिए हैं. कृषि कानून वापसी (Farm laws repeal) का बिल दोनों सदनों में पास भी हो चुका है. अब किसानों को भांगड़ा करते हुए और जलेबी खाते हुए वापस लौट जाना चाहिए.
गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि किसानों का मामला अब समाधान की ओर बढ़ रहा है. किसानों को खुशी मनानी चाहिए कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ लोकतंत्र का बेहतरीन उदाहरण पेश करते हुए गुरूनानक देव जी के प्रकाशोत्सव पर सुबह ही तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की घोषणा कर दी थी. उसी दिन किसानों को ढोल बजाते हुए, भांगड़ा करते हुए, जलेबियां खाते हुए चले जाना चाहिए था, लेकिन आंदोलन के पीछे कुछ ताकतें हैं जो खेल को खराब करना चाहती हैं.
कृषि कानून रद्द हुए अब किसानों को भांगड़ा करते हुए वापस चले जाना चाहिए- अनिल विज ये भी पढ़ें-कृषि मंत्री जेपी दलाल ने भिवानी में सुनी समस्याएं, बोले- 'पिछली सरकारों ने बेईमानी से भर्तियां की, इसलिए हो रही चैलेंज'
अनिल विज ने कहा कि आंदोलन के पहले दिन से पूरा साल किसानों ने यही कहा कि सरकार तीनों कृषि कानूनों को रद्द कर दे तो वे घर वापस चले जाएंगे, लेकिन कृषि कानून रद्द होने के बाद भी किसान वापस नहीं गए. किसानों ने कुछ मांगें रखी थी और कुछ नाम भी दिए हैं, जिन पर सरकार काम कर रही है. अब ऐसा लग रहा है कि यह मामला समाधान की ओर है.
अनिल विज ने कहा कि जहां तक मुकदमें वापस लेने का सवाल है तो देखना होगा कि किसानों की गठित कमेटी क्या बातचीत करती है, उसी बातचीत को सिरे चढ़ाया जाएगा. गृह मंत्री अनिल विज ने मंत्रिमंडल विस्तार पर कहा कि मंत्रिमंडल का गठन और विस्तार करना मुख्यमंत्री का अधिकार क्षेत्र है. यह निर्णय उन्हीं का है.
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