सिरसा: जिला सिरसा (Sirsa) में रविवार को भारतीय किसान एकता संगठन (चढ़ूनी) की ओर से किसान महासम्मेलन का आयोजन किया गया था. संगठन की ओर से आयोजित इस महासम्मेलन में भारी संख्या में किसानों और मजदूरों ने शिरकत की. इस सम्मेलन में किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी (Gurnal singh Chadhauni) के साथ संयुक्त किसान मोर्चा के कई बड़े नेता भी शामिल हुए और सरकार की नीतियों पर जमकर वार किया.
इस दौरान गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि इस सम्मेलन में हमारी उम्मीद से भी ऊपर आज किसान, मजदूर, कर्मचारी एकत्रित हुए. इस दौरान चढ़ूनी ने रामायण और महाभारत का उदाहरण देते हुए कहा कि जिस तरह दुर्योधन की तरफ से 5 गांव मांगने पर उसे नहीं दिए गए और नतीजा ये निकला कि परिवार भी चला गया और राज भी. उसी तरह प्रधानमंत्री मोदी के साथ होगा. अगर प्रधानमंत्री किसान का हक छिनेगा तो किसान चुप नहीं रहेगा.
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गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने पंजाब चुनाव को लेकर कहा कि पंजाब के लोगों ने फैसला लिया है कि जब तक अचार सहिंता लागू नहीं हो जाती. तब तक किसी भी तरह से चुनाव प्रचार नही करेंगे, ताकि आंदोलन डायवर्ट न हो. उन्होंने कहा कि हमारा फैसला है कि मिशन पंजाब चलाया जाएगा, जिससे राजनीतिक पार्टियों से राज छीन लिया जाए, क्योंकि सभी राजनीतिक पार्टियों ने किसानों का शोषण करने का सोचा है. हालांकि उन्होंने बताया कि वो किसी भी चुनाव को नहीं लड़ेंगे.
वहीं पंजाब चुनाव में उनकी गतिविधी को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के स्टैंड के सवाल पर उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने कभी नही कहा कि गुरनाम सिंह चढ़ूनी संयुक्त किसान मोर्चा का सदस्य नहीं है. मिशन पंजाब चलाना ये उनका (गुरनाम चढ़ूनी का) निजी फैसला है ना कि संयुक्त किसान मोर्चे का. उन्होंने बताया की हम तब तक लड़ते रहेंगे, जब तक तीनो कृषि कानून रद्द नहीं हो जाते.
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