सिरसाःरानियां हलके के गांव नथोर और कालुआना के किसान नहर में पानी पूरा नहीं मिलने से सरकार के खिलाफ लामबंद हो चुके हैं. इन गांवों के किसानों के खेतों की सिंचाई मम्मड माईनर से होती है लेकिन मम्मड माईनर की टेल तक पूरा पानी नहीं पहुंचने से किसानों को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है. किसानों का कहना है कि पिछले 3 सालों से लगातार उन्हें पीने तक का पानी नहीं मिल रहा.
दुष्यंत से किसानों को उम्मीदें
हरियाणा में बीजेपी और जननायक जनता पार्टी की गठबंधन की सरकार बन चुकी है. अभी सरकार ने अपना कार्यकाल शुरू ही नहीं किया कि किसानों की एक के बाद एक समस्या सामने आनी शुरू हो गई. जहां एक तरफ किसानों की पराली का मामला सरकार के लिए सरदर्द बना हुआ है तो वहीं दूसरी तरफ सिरसा जिले की लगभग नहरों में टेल तक पूरा नहीं पहुंचने का मामला भी उठना शुरू हो गया है.
पानी के लिए तरस रहे सिरसा के किसान रानियां हलके के गांव नथोर और कालुआना के किसानों ने टेल तक पूरा पानी नहीं पहुंचने के कारण सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और अधिकारियों पर नहर का पानी बेचने का आरोप लगाया है. साथ ही प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चैटाला पर थोड़ी उम्मीद जताई है कि वे उनकी समस्या का समाधान कर सकते हैं.
किसानों के आरोप
किसानों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि करीब डेढ़ साल पहले तत्कालीन अधिकारी आर के फुलिया ने उन्हें लिखित में टेल तक पूरा पानी पहुंचाने का आश्वासन दिया था लेकिन आज तक उनकी टेल पर पूरा पानी नहीं पहुंचा है. इसके साथ ही किसानों का कहना है कि नहर की सफाई ना होने की वजह से उनको पूरा पानी नहीं मिल रहा. साल में केवल 1 महीने की उनकी टेल पर पूरा पानी मिलता है. ऐसे में जब फसल की बिजाई का समय होता है तब नहर में सफाई नहीं होती जिससे उनकी टेल पर पूरा पानी नहीं पहुंच पाता.
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अधिकारियों ने दी सफाई
वहीं अधिकारियों की मानें तो किसानों को साल भर पूरा पानी दिया जाता है लेकिन कुछ समय में नहर की सफाई ना होने के कारण टेल तक पानी पूरा नहीं पहुंच पाता. ऐसे में जब पूरा पानी छोड़ा जाता है तो नहर टूटने की शिकायत ज्यादा रहती है. अधिकारियों का मानना है कि बुर्जी नंबर 68 हजार से लेकर एक लाख तक नहर की सफाई ना होने के कारण टेल पर पूरा पानी नहीं पहुंच रहा. जल्द ही सफाई करवाने के बाद टेल तक पूरा पानी पहुंचाने का आश्वासन किसानों को दिया गया है.