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Haryana Safai Karmachari Strike: हरियाणा में सफाई कर्मचारी 3 दिन की हड़ताल पर, जानिए क्या है मांगें - Three days strike of Haryana rural sanitation

Haryana Safai Karmachari Strike: हरियाणा के सफाई कर्मचारी अपनी मांगों के साथ सरकार के खिलाफ हड़ताल पर बैठ गए हैं. कर्मचारियों ने सरकार से मांग की है कि जल्दी उनकी मांगों को पूरा किया जाए. अपनी मांगों को मनवाने के लिए सीटू से संबंधित ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन हरियाणा ने कमर कस ली है.

Haryana Safai Karmachari strike
हरियाणा ग्रामीण सफाई कर्मचारी हड़ताल

By ETV Bharat Haryana Team

Published : Oct 10, 2023, 3:53 PM IST

हरियाणा में सफाई कर्मचारी 3 दिन की हड़ताल पर

सिरसा:हरियाणा के तमाम सफाई कर्मचारी सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर गए हैं. सिरसा लघु सचिवालय के सामने ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने अपना काम छोड़कर धरना शुरू कर दिया है. जिसके चलते सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी जारी है. सफाई कर्मचारियों की मांगों को लेकर सरकार के साथ वार्ता में कोई समाधान नहीं हुआ, जिसके चलते हड़ताल की घोषणा की गई है.

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सफाई कर्मचारियों की मांगें: बता दें कि सफाई कर्मचारियों की तीन दिवसीय हड़ताल मंगलवार से शुरू हो गई है. उनकी सरकार से मांग है कि उनका वेतन 26 हजार रुपये प्रतिमाह किया जाए, कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाए. दो हजार की बजाय 400 की आबादी पर एक सफाई कर्मचारी हो, सभी ग्रामीण सफाई कर्मियों को बीडीपीओ के पे-रोल पर लिया जाए. बराबर वेतन, वर्दी भत्ता, पीएफ और ईएसआई भी दिया जाए. औजारों का 500 रुपये मासिक भत्ता तय किया जाए, इसके अलावा 500 रुपये वर्दी धुलाई मासिक भत्ता भी दिया जाए.

कर्मचारियों ने सरकार से जल्द से जल्द मांगें पूरी करने की मांग की है. कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो सरकार के खिलाफ मिलकर सभी विभागों के कच्चे कर्मचारी ब्लॉक स्तर पर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर देंगे.

ग्रामीण सफाई कर्मचारी करीब 17 सालों से संघर्ष कर रहे हैं. प्रतिमाह कर्मचारियों को 12 हजार रुपये तनख्वाह दी जाती है. जिसकी कोई भी तारीख तय नहीं है. डीडीपीओ के साथ भी कई बार मीटिंग हुई. लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ. ना तो सफाई कर्मचारियों को औजार मुहैया करवाए गए और ना ही उनका वेतन बढ़ाया गया. कई कर्मचारियों को तो इतना दबाया जाता है कि वो सरपंच के घरों में ही काम करने को मजबूर हैं. जिसके चलते सरपंच कर्मचारियों को धमकाने का काम करते रहते हैं कि वो उनको काम से हटा देंगे.पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली से भी कई बार बातचीत की गई. लेकिन देवेंद्र बबली ने तो हमारी बात भी सही से नहीं सुनी. सोनू कुमार, जिला प्रधान, ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन

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