सिरसा: तीन कृषि कानूनों को लेकर किसान लगातार आंदोलनरत हैं. चार महीने से ज्यादा का वक्त बीत चुका है. किसान कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर दिल्ली से लगती सीमाओं पर धरना दे रहे हैं. सिरसा में शहीद भगत सिंह स्टेडियम में बने पक्के मोर्चे पर किसानों ने प्रदर्शन किया.
हरियाणा किसान मंच के प्रदेश अध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने बताया कि आजादी के बाद और पहले जिन-जिन जगहों पर किसान आंदोलन के दौरान शहादतें हुई हैं. वहां की मिट्टी लेकर किसान यात्रा पंजाब की ओर कूच करेगी. पंजाब से मिट्टी एकत्रित करने के बाद 6 अप्रैल को यात्रा दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर पहुंच कर संपन्न होगी.
कृषि कानूनों के विरोध में FCI दिवस मनाएंगे किसान यहां एकत्रित मिट्टी से स्टैचू बनाया जाएगा. भारूखेड़ा ने कहा कि 5 अप्रैल को एफसीआई (Food Corporation of India) गोदाम का घेराव किया जाएगा, सरकार एफसीआई को प्राइवेट हाथों में बेच रही है. इसलिए एफसीआई बचाओ दिवस मनाते हुए घेराव किया जाएगा. किसान नेता ने बताया कि 10 अप्रैल को केएमपी को 24 घंटे के लिए रोका जाएगा. 13 अप्रैल को देश भर में सभी मोर्चा पर वैशाखी पर्व मनाया जाएगा.
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14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती के उपलक्ष में संविधान बचाओ दिवस मनाया जाएगा. इस दिन मोर्चों पर कार्यक्रम होंगे. कार्यक्रम का मंच संचालन बहुजन समाज के लोग करेंगे. उन्होंने कहा कि मई के पहले सप्ताह में देशभर के सभी वर्गों के लोग किसानों के समर्थन में संसद के लिए पैदल कूच करेंगे. संसद का घेराव तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार किसानों की बात नहीं मान लेती.