सिरसा: आज के दौर में जहां एक तरफ बच्चों की ओर से माता-पिता को दुत्कारने और घर से निकाल देने की खबरें सामने आती रहती हैं. वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसे बच्चे भी हैं जो अपनी जिंदगी की परवाह किए बिना अपने माता-पिता को नई जिंदगी दे रहे हैं.
कुछ ऐसा ही कर दिखाया है नेहा रानी ने. नेहा ने पिता को अपना लीवर देकर उनकी जान बचाई है. नेहा दिल्ली के ग्रेटर कैलाश की निवासी हैं और उन्होंने सिरसा के शाह सतनाम गर्ल्स स्कूल से पढ़ाई पूरी की थी. बेटी को अपने पिता की जान बचाकर गर्व महसूस हो रहा है. वहीं नेहा के इस साहसिक कार्य को देखते हुए सिरसा के शाह सतनाम गर्ल्स स्कूल ने नेहा को सम्मानित भी किया है.
बेटी ने अपना लीवर देकर पिता को दिया नया जीवन
नेहा ने बताया कि उसके पिता को लिवर में ट्यूमर था और डॉक्टरों ने जल्द लीवर बदलने की सलाह दी थी. उनके परिवार में उसकी मां, भाई- भाभी भी हैं, लेकिन सबसे पहले उसने ही अपना लीवर देने की इच्छा जताई. डॉक्टरों की ओर से जांच करने के बाद उसने अपने पिता को अपना लिवर दे दिया.
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वहीं शाह सतनाम गर्ल्स स्कूल की प्रिंसिपल डॉ. शीला पूनिया ने भी नेहा के साहसिक कार्य की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि शाह सतनाम शिक्षण संस्थानों में बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ इंसानियत का पाठ भी पढ़ाया जाता है. जिसका जीता जागता उदाहरण नेहा का ये साहसिक कदम है.