रोहतक: महम के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मदीना में स्टाफ नर्स धरना प्रदर्शन कर रही हैं. स्टाफ नर्सों ने एसएमओ पर बदतमीजी करने और मानसिक रूप से टॉर्चर करने का आरोप लगाया है. नर्सों का कहना है कि मंगलवार को हम एक मरीज को एडमिट कर रहे थे, तभी एसएमओ ने हमें बुलाया.
अस्पताल के बाहर प्रदर्शन करती नर्स एसएमओ ने हमसे कहा कि मरीज का बीपी चेक करो, लेकिन हमने कहा कि बीपी चेक करने का काम डॉक्टर का है हमारा नहीं. उसके बाद एसएमओ ने हमें अपने कमरे में बुलाया और हमें तनख्वाह रुकवाने, सस्पेंड कराने की बात कहते हुए बदतमीजी से पेश आने लगे और फिर हमें कमरे से बाहर निकाल दिया.
स्टाफ नर्सों का कहना है कि अस्पताल में एक लेडी डॉक्टर है, जो कुछ काम नहीं करती है. अगर डिलिवरी के लिए कोई महिला भी आती है तो उसकी डिलिवरी भी अच्छे से नहीं की जाती है. नर्सों का कहना है कि जब तक हमें न्याय नहीं मिलता, तब तक हम धरना प्रदर्शन करते रहेंगे.
वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि सामुदायिक केंद्र में दवाइयों के लिए आते हैं तो फार्मासिस्ट टाइम पर नहीं आते हैं और हमें बिना दवाई के ही घर वापस लौटना पड़ता है. ग्रामीणों का कहना है कि हमारे गांव के विधायक ने भी आज तक हमारी समस्या को कोई समाधान नहीं किया है.