चंडीगढ़: हरियाणा कांग्रेस के विधायक कृष्ण हुड्डा को लंबी बीमारी के चलते आज रविवार को निधन हो गया. वे काफी दिनों से बीमारी के कारण दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे, उन्होंने अस्पताल में ही अंतिम सांस ली. कृष्ण हुड्डा सोनीपत के बरोदा से कांग्रेस विधायक थे. उनके निधन पर कांग्रेस के नेताओं ने दुख जताया है.
5 जून 1945 में जिला रोहतक के खिड़वाली गांव में जन्मे श्रीकृष्ण हुड्डा ने अपना राजनीतिक सफर 1987 में स्वतंत्र चुनाव लड़कर किया था. .श्री कृष्ण मिलनसार और सामाजिक व्यक्तित्व व विनम्र स्वभाव के धनी थे और वे हरियाणा विधानसभा में सबसे बुजुर्ग नेता थे. श्री कृष्ण हुडा के निधन पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा रोहतक के सांसद डॉ. अरविंद शर्मा राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा आदि सहित कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया है.
कांग्रेस विधायक श्रीकृष्ण हुड्डा का निधन बता दें कि श्रीकृष्ण हुड्डा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य के रूप में हरियाणा राज्य के बड़ौदा निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित एक विधायक थे. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा खिडवाली से पूरी की. मैट्रिक पास करने के बाद वह कृषि में शामिल हो गए. बाद में वह एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में राजनीति में आए। बाद में वह एसएएपी और फिर कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए.
राजनीतिक घटनाक्रम
- 2019- कांग्रेस के सिंबल पर बड़ौदा से चुनाव लडे़ं और जीते
- 2014- कांग्रेस के श्री कृष्ण हुड्डा ने INLD के कपूर सिंह नरवाल को 5,183 वोटों से हराया।
- 2009- कांग्रेस के श्री कृष्ण हुड्डा ने INLD के कपूर सिंह नरवाल को 25,343 वोटों से हराया।
- 2005-आईएनएलडी के रामफल ने कांग्रेस के रामफल को 3,227 वोटों से हराया।
- 2006- वह किलोई सीट से हरियाणा विधानसभा में फिर से चुने गए.
- 1996- उन्होंने फिर से चुनाव लड़ा और किलोई सीट से जीते.
- 1987- हरियाणा विधान सभा चुनाव में श्री कृष्ण ने एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और हार गए.
आज उनके निधन की सूचना पर उनके रोहतक स्थित घर के बाहर लोग इकठ्ठा होने शुरू हो गए हालांकि लॉक डाउन और कोरोना वायरस की वजह से ज्यादा लोग इकट्ठा नहीं हुए.