चंडीगढ़:महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी अपने उम्मीदवारों के नाम तय करेगी. दिल्ली में बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में उम्मीदवारों के नामों पर फैसला हो चुका है. इस बैठक की अगुवाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की. केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक दो चरण में हुई. पहले चरण की बैठक में हरियाणा विधानसभा चुनाव पर चर्चा हुई. दूसरे चरण की बैठक में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए टिकटों पर मंथन हुआ.
हरियाणा और महाराष्ट्र के सीएम मौजूद
पहले चरण की बैठक में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मौजूद रहें. दोनों राज्यों में 21 अक्टूबर को मतदान होना है और परिणाम 24 अक्टूबर को आएंगे. इन दोनों ही राज्यों में बीजेपी की सरकार है.
टिकटों के ऐलान के बाद बगावत की आशंका
बीजेपी में टिकट के दावेदार बहुत ज्यादा हैं. इसलिए टिकट घोषित होने पर बगावत की आशंका है. बीजेपी में बड़े नेता अपने चहेतों और परिवार के लोगों के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं. इनमें से राव इंद्रजीत सिंह, चौ. धर्मबीर सिंह और रमेश कौशिक पार्टी पर सामूहिक दबाव बना रहे हैं.
क्यों नहीं मिल सकता नेताओं के बच्चों को अवसर?
राव की अगुवाई में आगे बढ़ रहा पार्टी का यह गुट यह तर्क दे रहा है कि जब चौधरी बीरेंद्र सिंह के सांसद व उनकी पत्नी प्रेमलता के विधायक रहते उनका बेटा लोकसभा चुनाव लड़ सकता है तो दूसरे नेताओं के बेटे बेटियों को यह अवसर क्यों नहीं मिल सकता?
सांसदों का समर्थन जुटाने की कोशिश
अपनी बात को सही साबित करने के लिए राव व उनके साथी परिवार व रिश्तेदारों के लिए टिकट चाह रहे अन्य सांसदों का समर्थन जुटाने का प्रयास कर रहे हैं.