रोहतक:हरियाणा सरकार को बने 2 महीने होने वाले हैं, लेकिन इस दौरान सरकार के कामों से पूर्व मुख्यमंत्री और प्रतिपक्ष नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा खुश नहीं है. उनका कहना है कि गठबंधन की इस सरकार का अभी तक कॉमन मिनिमम प्रोग्राम भी तय नहीं हो पाया है. आखिर प्रदेश को किस ओर ले जाना है, ये तय नहीं हो पाया है.
सरकार किसानों के बेहतर भविष्य के लिए कोई भी फैसला नहीं ले रही है, ये किसान विरोधी सरकार है. भूपेंद्र सिंह हुड्डा रोहतक जिले के सांपला कस्बे में पहुंचे थे. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि गठबंधन की इस सरकार में दोनों पार्टियों के वादे अलग-अलग हैं, सरकार बनने के बाद अभी तक इनका कॉमन मिनिमम प्रोग्राम तय नहीं हो पाया है.
'एक मंत्री कहता है घोटाला हुआ है, तो दूसरा बोलता है नहीं हुआ' ये भी पढ़ें- हरियाणा स्टेट मार्केटिंग बोर्ड में हुई धोखाधड़ी! लाखों रुपयों की हेर फेर का है मामला
'एक मंत्री कहता है घोटाला हुआ है, तो दूसरा बोलता है नहीं हुआ'
उन्होंने ये भी कहा कि बीजेपी और जेजेपी का आपस में सामंजस्य तक नहीं बना है. एक मंत्री कहता है कि धान में घोटाला हुआ है, जबकि दूसरा बोलता है कि ऐसा कुछ नहीं हुआ. हालांकि, मेरी शुभकामनाएं सरकार के साथ है, वो जनहित के काम करे और जो वादे किए हैं, उन्हें पूरा करें.
'बीजेपी सरकार किसान विरोधी है'
वहीं हुड्डा ने कहा कि मौजूदा सरकार किसानों की विरोधी है. बरसात ने किसानों को काफी नुकसान पहुंचाया है, लेकिन सरकार ने तो किसानों को धान का भी एमएसपी नहीं दिया. यही नहीं फसलों का कोटा फिक्स किया जा रहा है. लगता है जल्द ही सरकार गेहूं का कोटा भी फिक्स कर देगी. फिर किसान अपनी फसल कहां लेकर जाएगा.