रेवाड़ी: कोसली में युवक को बिजली निगम में SA की पोस्ट पर नौकरी दिलाने के नाम पर आरोपी ने 2.70 लाख रुपए ठग (youth cheated in rewari) लिए. पीड़ित ने आरोपी से जब पैसे वापस मांगे तो उल्टे आरोपी ने ही पुलिस में पीड़ित के खिलाफ झूठी शिकायत दे दी. पुलिस ने जब जांच की तो आरोपी ने पैसे लौटाने की बात की, लेकिन पैसे वापस नहीं दिए. खोल थाना पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है.
मिली जानकारी के अनुसार, रेवाड़ी जिले के कोसली कस्बा के गांव झाड़ौदा निवासी ओमप्रकाश का बेटा शेर सिंह वर्ष 2015-16 में बिजली निगम में ALM की पोस्ट पर डीसी रेट पर लगा हुआ था. इसी दौरान उसकी मुलाकात गांव गोठड़ा निवासी सुरेश से हो गई. शेर सिंह ने बिजली निगम में निकली एसए की पोस्ट का एग्जाम दिया था. सुरेश ने उसे भरोसा दिया कि वो उसका पेपर क्लियर करा देगा, लेकिन उसकी एवेज में उसे 5 लाख रुपये देने होंगे.
शेर सिंह ने नौकरी से संबंधित सारी जानकारी अपने पिता ओमप्रकाश को दी. ओमप्रकाश खेतीबाड़ी का काम करता है. किसी तरह जुगाड़ कर ओमप्रकाश ने 2.70 लाख रुपए सुरेश को दे दिए और बची हुई रकम नौकरी लगने के बाद देने की बात की. वर्ष 2016 में जब रिजल्ट आया तो शेर सिंह का सिलेक्शन नहीं हुआ. शेर सिंह अपने पिता ओमप्रकाश को लेकर सुरेश के पास पहुंचा तो आरोपी ने कहा कि उसने किसी और को पैसे दिए थे.
ये भी पढ़ें- मामूली लड़ाई में पति ने पत्नी को चाकू से गोदा, लहूलुहान हालत में एक किलोमीटर चलकर थाने पहुंची महिला
आरोपी ने कहा कि अभी उससे बात नहीं हो पाई. जैसे ही बात होगी वो पैसे लौटा देगा. ओमप्रकाश ने बताया कि वर्ष 2017 में वो सुरेश के घर अपने पैसे मांगने पहुंचे तो उसने उनके साथ बातमीजी की और उल्टा उन्हीं के खिलाफ पुलिस कंट्रोल रूम पर शिकायत कर दी. उस वक्त डहीना चौकी में तैनात एएसआई राजेश कुमार ने जांच की तो सामने आया कि सुरेश ने उनसे नौकरी के नाम पर 2.70 लाख रुपए लिए थे. साथ ही पैसे ना देने की वजह से ही उसने पुलिस को कॉल की थी. 3 अक्टूबर 2017 को दोनों पक्षों के बीच डहीना चौकी में समझौता हुआ और 1 लाख रुपए देने की बात की. ओमप्रकाश जब पैसे लेने गए तो साफ मना कर दिया. इसके बाद ओमप्रकाश ने पुलिस के उच्च अधिकारियों को शिकायतें की. मंगलवार को पुलिस ने पीड़ित ओमप्रकाश की शिकायत पर आरोपी सुरेश के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है.