रेवाड़ी: बुधवार को रोडवेज तालमेल कमेटी की अगुवाई में विभिन्न कर्मचारी यूनियनों के पदाधिकारियों ने सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ प्रदर्शन किया. पदाधिकारियों ने बताया कि सरकार ने फरवरी में जिन मांगों पर सहमति जताई थी, उनमें से एक भी मांग पर अमल नहीं किया है.
उन्होंने बताया कि कोरोना काल में स्टेट कैरिज बस लागू किया जा रहा है. इस दौरान नाराज यूनियन नेताओं ने 5 सितंबर से परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा के आवास पर धरना देने का ऐलान किया है.
रोडवेज कर्मचारियों ने दी परिवहन मंत्री के आवास पर धरने की चेतावनी यूनियन नेताओं का आरोप
धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता करते हुए तालमेल कमेटी प्रधान कैलाश गुर्जर ने कहा कि सरकार से फरवरी माह में विभिन्न मुद्दों को लेकर बातचीत हुई थी. इसमें सरकार की तरफ से न केवल आश्वस्त अपितु अधिकांश मांगों पर लिखित सहमति प्रदान की गई थी. इसमें मुख्य रूप से स्टेज कैरिज परमिट पॉलिसी 2016 और किलोमीटर स्कीम को रद्द किए जाने की थी. जिस पर अब सरकार की तरफ से कदम वापस खींचे जा रहे हैं.
रोडवेज कर्मचारियों की मांगे
केंद्रीय कमेटी के जय कुमार दहिया और महिपाल ने कहा कि सरकार अपने वादों को लागू नहीं कर रही है. जून में ज्ञापन के बाद भी सरकार ने स्टेज कैरिज परमिट को पूरी तरह से लागू करने की तैयारी कर ली है.
कमेटी के डिपो प्रधान राजपाल यादव रवि कुमार उधम सिंह वीर सिंह यादव और राजवीर फौगाट ने 1992 से 2002 तक लगे सभी कर्मियों को नियुक्ति तिथि से पक्का करने 5 हजार का जोखिम भत्ता, परिचालकों को पे स्केल बढ़ाने, वर्कशॉप में सैनिकों को राजपत्रित अवकाश देना, सभी विभागों में की भर्ती करने 2016 के सभी सड़कों को पक्का करने और 2018 की हड़ताल में दर्ज केसों को रद्द किया जाए. साथ ही किलोमीटर स्कीम की बसों को हटाकर बेड़े में बसों को शामिल किया जाए.
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रोडवेज कर्मचारियों की मांगों पर सहमति होने के बाद भी सरकार उन्हें लागू नहीं कर रही है. जिसका विरोध करते हुए आज रोडवेज कर्मचारियों ने ऐलान किया है कि अगर सरकार उनकी मांगों को तुरंत प्रभाव से लागू नहीं करेगी तो आने वाली 5 सितंबर को परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा के आवास का घेराव करेंगे.