रेवाड़ी: वैसे तो हरियाणा सरकार गरीबों को मुफ्त दवाइयां उप्लब्ध कराने का दावा करती है लेकिन रेवाड़ी के सरकारी अस्पताल में दवाइयों का टोटा है. यहां डॉक्टर्स मरीजों को बाहर से दवाई लिखते हैं.
रेवाड़ी: सरकारी अस्पताल का ये कैसा हाल? मरीज हो रहे बेहाल
मरीजों ने बताया कि हर बार डॉक्टर्स उन्हें बाहर की दवाई खरीदने को बोलते हैं. वो गरीब हैं इतनी महंगी दवाईयां नहीं खरीद सकते हैं.
रेवाड़ी:सरकारी अस्पताल का ये कैसा हाल? मरीज हो रहे बेहाल
मरीजों ने बताया कि वो यहां कई बार आ चुके हैं, लेकिन उन्हें हर बार या तो ये कह कर वापस भेज दिया जाता है कि अस्पताल में दवाई नहीं है. या फिर ये डॉक्टर उन्हें बाहर की दवाई लिख देते हैं.
प्राइमरी मेडिकल ऑफिसर की मानें तो सरकारी अस्पताल में बाहर की दवाई नहीं लिखी जाती है. अगर ऐसा होता है तो वो इस पर कार्रवाई जरूर करेंगे.