रेवाड़ी:हरियाणा के रेवाड़ी में गवाह को किडनैप करने की कोशिश (Witness kidnapping attempt in Rewari) का मामला सामने आया है. पीड़ित व्यक्ति अपने भाई की हत्या के मामले में गवाह है. आरोप है कि बदमाशों ने गवाही देने पर उसे जान से मारने की धमकी भी दी है. फिलहाल पुलिस ने इस मामले में बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है.
मिली जानकारी के अनुसार, रेवाड़ी के कंवाली गांव के रहने वाले लवेन्द्र सिंह के भाई हरगोविंद का गुरुग्राम में कत्ल हो गया (gurugram hargovind murder case) था. हरगोविंद की पत्नी पूजा ने खेड़की दौला पुलिस स्टेशन में मुकेश, प्रमोद, राज के अलावा 10-12 अज्ञात लोगों पर हत्या सहित विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कराया था. इस मामले में लवेन्द्र सिंह भी गवाह है.
लवेन्द्र ने बताया कि गुरुग्राम के एडिशनल सेशन जज जयबीर की कोर्ट में हत्या का मामला विचारधीन है. इस मामले में लवेन्द्र की गवाही होनी थी. उसी दिन गुरुग्राम के हयातपुर गांव के रहने वाले संजय उर्फ मंदा, चरण सिंह व अन्य सफेद रंग की ओरा गाड़ी लेकर लवेन्द्र के घर कंवाली पहुंच गए. घर पर लवेन्द्र नहीं मिलने पर वे उसके श्री बालाजी कॉलेज में पहुंच गए.
लवेन्द्र का आरोप है कि आरोपियों ने उसे अपनी गाड़ी में डालने की कोशिश की. उसने आरोपियों से कहा कि वह अपने वकील को साथ लेकर आ रहा है. उसके बाद किसी तरह लवेन्द्र आरोपियों के चंगुल से छुटकर निकला. साथ ही इसकी शिकायत खोल पुलिस स्टेशन में की. पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
पीट-पीट कर मार डाला था- मृतक पत्नी पूजा ने बताया कि वह अपने पति हरगोविंद के साथ गुरुग्राम के सिंदरपुर बढ़ा में रहती थी. 22 मई 2021 को उसके पति हरगोविंद और उनका दोस्त संदीप दोनों ब्रेजा कार से फर्रूखनगर से वापस घर लौट रहे थे. आरोप है कि तभी स्कॉर्पियों और फॉरच्यूनर कार में सवार मुकेश, प्रमोद, राज के अलावा अन्य आरोपियों ने उन्हें सेक्टर-86 के कनाल चौक पर रोक लिया था. हथियारों से लैस आरोपियों ने हरगोविंद को लाठी-डंडों से पीट-पीट कर मार डाला था.
दरअसल, झगड़े की वजह पैसों का लेनदेन सामने आया था. पूजा ने शिकायत में बताया था कि आरोपी मुकेश से उनका लेनदेन है. आरोपी के पास उनके प्लाट का एग्रीमेंट और चेक भी है. इसी वजह से हरगोविंद की हत्या की गई. इस मामले में खेड़की दौला थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या सहित विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया था. बाद में उन्हें जेल भेज दिया गया.