चंडीगढ़/पानीपत:आज सदन में जो हुआ वो किसी भी तरह से जायज नहीं ठहरा सकते हैं. टीएमसी और बीजेपी के सांसदों के बीच जमकर नारे लगे. वो भी ऐसे जो पढ़े लिखे...21वीं सदी के सांसदों से उम्मीद तो नहीं कर सकते हैं. लोकसभा में AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी, भगवंत मान और साध्वी प्रज्ञा के शपथ ग्रहण के दौरान सदन में जोरदार हंगामा देखने को मिला. वहीं किन्नर समाज से ताल्लुक रखने वाली साधना ने जो कहा उससे बड़ी सीख लेने की जरूरत है.
हम से इन्हें सीख लेनी चाहिए- किन्नर साधना
सोचने वाली बात है जो जिस स्थान को देश के सबसे बड़ा 'लोकतंत्र का सबसे बड़ा मंदिर' माना जाता है. वहां से ऐसी तस्वीरें सामने आती हैं. इन तमाम परिस्थियों में किन्नर साधना का कहना है कि दुनिया को हम लोगों की तरफ देखना चाहिए. हम एक बिरादरी से नहीं है. हम किसी फर्क में नहीं रहते हैं. हम में कोई हिंदू है, कोई मुस्लिम, कोई सिख बिरादरी से है, लेकिन सभी साथ रहते हैं.
साधना की ये बातें 'बड़ी सीख' देती हैं
साधना का कहना है कि मैं तो बचपन से ही इस समाज के साथ रह रही हूं. बहुत छोटी थी तभी मेरे गुरु जी यहां लेकर आए थे. मुझे कभी एहसास नहीं हुआ कि मेरा कोई घर परिवार नहीं है. हालांकि साधना का कहना है कि किन्नर समाज में पढ़ाई लिखाई से अछूते रह जाते हैं, लेकिन जीवन तो सभ्य ही जीते हैं. समाज की धारा के साथ जुड़े हुए हैं. हो सकता है कि 'कुछ' लोगों कि मानसिकता बुरी होती है उनकी मानसिकता समाज को निचले दर्जे पर ले जाती है.