पानीपत: चर्चित आरटीआई कार्यकर्ता पीपी कपूर ने सोमवार को जेबीएम घोटाले के खिलाफ पानीपत लघु सचिवालय में प्रदर्शन किया. पीपी कपूर ने कंपनी का ठेका रद्द करवाने के लिए उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा.
पीपी कपूर की मांग है कि जो जेबीएम कंपनी का ठेका तुरंत प्रभाव से रद्द किया जाए. उन्होंने कहा कि बिना प्रोजेक्ट मैनेजमेंट गठित किए 38 करोड़ रुपये का कंपनी को भुगतान किया गया है. इस भुगतान की वसूली की जाए. उन्होंने कहा कि यह भुगतान अवैध रूप से किया गया है.
पीपी कपूर ने लघु सचिवालय में किया प्रदर्शन, देखिए वीडियो पीपी कपूर ने मांग किया कि सेनेटरी इंस्पेक्टर सुधीर को जो नौकरी में एक साल की एक्सटेंशन दी गई है, उसको भी रद्द किया जाए. उन्होंने कहा कि निगम हाउस के तत्कालीन कमिश्नर ओमप्रकाश के खिलाफ क्रिमिनल केस भी दर्ज किया जाए.
पीपी कपूर ने किया था घोटाले का खुलासा
शिकायतकर्ता पीपी कपूर ने आरटीआइ में जानकारी हासिल करने के बाद गुरुवार को बैठक में मेयर व आयुक्त को कठघरे में खड़े कर गंभीर सवाल उठाए हैं. उन्होंने पानीपत नगर निगम में ठोस कूड़ा प्रबंधन प्रोजेक्ट में बड़ा घोटाला करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि पानीपत नगर निगम ने ढाई वर्षों में 36.46 करोड़ रुपये और समालखा नपा ने 2.11 करोड़ रुपये का बिल जय भारत मारुति (जेबीएम) कंपनी को भुगतान किया है.
पीपी कपूर का दावा है कि फरवरी 2018 से जुलाई 2020 तक पानीपत शहर में 3 लाख 64 हजार 673 टन कूड़ा उठाने के एवज में 36 करोड़ 46 लाख 72 हजार 864 रुपये का भुगतान किया गया. नगरपालिका समालखा ने एक मार्च 2018 से 30 जून 2020 तक 2 लाख 06 हजार 90 टन कूड़ा उठाने के बदले 2 करोड़ 11 लाख 26 हजार 141 रुपये पेमेंट की. सबसे गंभीर बात यह है कि सफाई कार्य का निरीक्षण व बिलों का वैरीफिकेशन किए बिना कंपनी को भुगतान कर दिया गया. कंपनी को ठेका 22 वर्षों के लिए दिया गया है.
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