पानीपत: हरियाणा के पानीपत में शुक्रवार दोपहर आई-20 कार में आग (Panipat CNG Car Accident) लगने से हुए हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया है. इस हादसे में तीन युवकों की जिंदा जलने से मौत हो गई. हादसे के बाद इन तीनों शवों को पहचानना भी मुश्किल हो रहा है कि कौन सा शव किसका है. हालांकि हादसे का शिकार हुए तीनों मृतकों की देर शाम शिनाख्त हो गई है. लेकिन शवों की पहचान के लिए पूरा मामला डीएनए रिपोर्ट पर आकर टिक गया है.
मिली जानकारी के मुताबिक आज तीनों शवों का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा. पोस्टमार्टम के दौरान शवों से लिए गए विसरा और डीएनए सैंपल जांच के लिए मधुबन लैब भेजे जाएंगे. सैंपल की जांच रिपोर्ट आने में 4 से 6 महीने का समय लग सकता है. ऐसे में बड़ा सवाल ये खड़ा हो गया है कि जब पुलिस पोस्टमॉर्टम के बाद शव उनके वारिसों को सौंपेगी तो बिना पहचान किस शव का संस्कार किस परिवार द्वारा किया जाएगा. यह प्रश्न तीनों पीड़ित परिवारों के सामने खड़ा होगा.
ऐसा नहीं है कि इस तरह का हादसा पहली बार सामने आया है. इससे पहले भी ऐसे हादसे सामने आ चुके हैं. उस हादसे में दो लोगों की मौत हुई थी. शव के नाम पर केवल हड्डियां ही बची थी. ऐसे में पीड़ित परिवारों ने हड्डियां ही आपस में बांटकर अंतिम संस्कार की रस्म पूरी कर ली थी. माना जा रहा है कि दुविधा की इस घड़ी में सभी परिवारों की आपसी सहमति से शायद ऐसा विचार बने कि तीनों ही शवों का एक चिता में अंतिम संस्कार करके संबंधित परिवार बारी-बारी से हाथ लगा लें. ताकि किसी के मन में ये अफसोस न रहे कि वह अपने हाथों से परिवार के मृतक का अंतिम संस्कार नहीं कर सके.