पानीपत: प्रदूषण की समस्या हम सब के लिए बहुत बड़ी समस्या है. प्रदूषण से निजात पाने के लिए अब दुनियाभर में चर्चा हो रही है. हालांकि लोग अब इस दिशा में जागरूक भी हो रहे हैं. इसी कड़ी में पर्यावरण को बचाने और सिंगल यूज प्लास्टिक की समस्या से निजात पाने के लिए पानीपत में अनूठी पहल देखने को मिली है. पानीपत में सहयोग परिवार ने बर्तन बैंक की शुरुआत की है. आखिर ये बर्तन बैंक क्या है और किस तरह से काम करता है और पर्यावरण को बचाने में क्या भूमिका अदा कर रहा है आइए जानते हैं.
बर्तन बैंक में 1000 बर्तन सेट: पानीपत के युवाओं ने बर्तन बैंक की शुरुआत की है. यह प्रदेश में पहला ऐसा बर्तन बैंक है जो विभिन्न समारोह में स्टील के बर्तन निशुल्क मुहैया कराता है. बर्तन बैंक के प्रथम चरण की शुरुआत हो चुकी है. इस बर्तन बैंक में 1000 स्टील की थाली, ग्लास, चम्मच, बाल्टी और कड़छी सेट है. इसे कोई भी संस्था या आयोजक गिन कर सेट ले जा सकता है और उपयोग में लाने के बाद साफ करके इसे गिन कर वापस बर्तन बैंक में जमा करा सकता है.
पानीपत में बर्तन बैंक:बर्तन बैंक की शुरुआत करने वाले गौरव लिखा और वैभव छाबड़ा का कहना है कि उन्होंने अपनी संस्था का नाम सहयोग परिवार रखा है. वह शहर के हर शादी, धार्मिक आयोजन, भंडारे, छबीलो आदि में प्लास्टिक के ग्लास और थर्माकोल की प्लेट का इस्तेमाल होते देख रहे थे. आयोजक कार्यक्रम के बाद उन सिंगल यूज प्लास्टिक के ग्लास और प्लेट को वहीं छोड़कर चला जाता है या फिर एक जगह इकट्ठा करके उन्हें आग के हवाले कर देता है. ऐसा करने से पर्यावरण प्रदूषित होता है. अगर वह वहां इन प्लेट और ग्लासों को ना उठा कर ले जाएं तो वह नदी नालों को चौक कर देते हैं, जोकि बड़ी गंदगी फैलने का कारण बनता है.