पानीपत: हरियाणा में कोरोना जमकर उत्पात मचा रहा है. कोरोना की इस लहर में स्वास्थ्य कर्मी भी भारी तादाद में संक्रमित हो रहे हैं. ऐसे में अस्पतालों में कर्मचारियों की कमी लगातार देखने को मिल रही है. पानीपत में अब तक 23 सरकारी अस्पताल के डॉक्टर कोरोना की चपेट (Doctors corona positive in Panipat) में आ चुके हैं. हर रोज 2 से 3 डॉक्टर कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं. ऐसे में अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
पानीपत के सरकारी अस्पताल में (Panipat civil hospital) ओपीडी ब्लॉक के लगभग 95 फीसदी कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. वहीं जिले में कोरोना मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है. बड़ी बात यह है कि अस्पताल के डॉक्टरों के बीमार होने से इलाज के लिए आने वाले मरीजों को बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. डॉक्टरों के संक्रमित होने से सरकारी अस्पताल के ओपीडी ब्लॉक में मरीजों की संख्या लगातार घट रही है. हालांकि अब इनकी जगह दूसरे डॉक्टर लोगों का इलाज कर रहे हैं. वहीं दवा लेने आए मरीजों का कहना है कि डॉक्टरों की कमी के कारण दवाइयां भी नहीं मिल पा रही है.
कैसे संभाली जा रही है अस्पताल की व्यवस्था
डॉक्टरों के साथ पॉजिटिव की लिस्ट में एसएमओ, पीएमओ भी शामिल हैं. सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र कादियान ने बताया कि अभी तक व्यवस्था ठीक है, उनकी जगह दूसरे डॉक्टरों को चार्ज देकर काम संभाला जा रहा है. सीएमओ का कहना है कि पहले ही पानीपत में डॉक्टरों की कमी है और पहले से ही उनके पास मैन पावर कम है. वहीं डॉक्टरों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद पहले ओपीडी ब्लॉक को अस्थाई तौर पर बंद कर दिया गया था. लेकिन अब दूसरे डॉक्टर को एडिशनल चार्ज देने के बाद ओपीडी ब्लॉक को दोबारा से शुरू किया गया है. साथ ही अब ट्रेनी डॉक्टर लोगों का इलाज कर रहे हैं.
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बता दें कि पानीपत औद्योगिक नगरी है और यहां पर अधिकतर प्रवासी लोग रहते हैं. जो इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में आते हैं. इसके अलावा दिल्ली और यूपी के लोग भी यहां इलाज कराने आ जाते हैं. ऐसे में सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों के संक्रमित होने से उन्हें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. ओपीडी ब्लॉक में डॉक्टरों के साथ नर्स, फोर्थ क्लास में अन्य कर्मचारी भी पॉजिटिव पाए गए हैं.