पंचकूला: हरियाणा वेयरहाउस कॉरपोरेशन के एमडी और आईएएस अधिकारी जयवीर आर्य को पंचकूला जिला कोर्ट से जमानत मिल गई है. आर्य को तबादला करवाने के बदले रिश्वत लेने के आरोप में एंटी करप्शन ब्यूरो ने गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार करने के बाद आईएएस जयवीर आर्य को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. जयवीर आर्य के वकील अभिषेक राणा ने कोर्ट में जमानत याचिका लगाई गई थी.
जयवीर आर्य की याचिका पर सुनवाई करते हुए पंचकूला कोर्ट ने उन्हे नियमित जमानत दे दी. एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने 5 लाख रुपये की रिश्वत मामले में इसी साल अक्टूबर में उन्हें गिरफ्तार किया था. एसीबी ने उनके पास से 3 लाख रुपये भी बरामद किए थे. आरोप है कि जयवीर आर्य ने महिला अधिकारी का ट्रांसफर करवाने के एवज में ये पैसे लिए थे.
शिकायत पर कार्रवाई करते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो ने आईएएस अधिकारी जयवीर आर्य को गिरफ्तार कर लिया था. बचाव पक्ष के वकील अभिषेक राणा ने बताया कि कोर्ट में जयवीर आर्य की जमानत याचिका लगाई गई थी. हमने दलील दी कि उनके क्लाइंट ने किसी प्रकार से कोई भी पैसे नहीं मांगे थे. इस मामले में उनका कोई रोल नहीं है. ना ही कोई डिमांड की गई थी, जिस पर कोर्ट ने सुनवाई करते हुए उन्हें रेगुलर जमानत दे दी.
एसीबी के मुताबिक मामले में एक बिचौलिए मुनीष शर्मा को कथित तौर पर आर्य की ओर से 3 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया था. जिसके बाद उन्हे भी गिरफ्तार कर लिया गया था. पता चला है कि यह रकम निगम के एक अधिकारी को कुरूक्षेत्र में मंडल प्रबंधक के पद पर तैनात करने के लिए मांगी गई थी. रिश्वत की रकम पंचकुला की एक दुकान पर पहुंचाई जानी थी.