पलवल में सड़कों से लेकर दफ्तरों तक जलभराव पलवल:हरियाणा में एक बार फिर मानसून एक्टिव हो गया है. हालांकि मौसम विभाग के मुताबिक, मानसून का यह आखिरी सप्ताह है. पलवल में रविवार सुबह से लगातार बारिश जारी है. जिसके चलते लोगों को उमस भरी गर्मी से कहीं न कहीं राहत मिली है. लेकिन लोगों को बारिश के चलते हो रहे जलभराव के कारण दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है. पलवल के राजीव नगर में बारिश के चलते बिजली के खंभे पर लगी तारों में अचानक भीषण आग लग गई. जिसके चलते आसपास की गलियों में हड़कंप मच गया. हालांकि यहां पर बड़ा हादसा होते-होते टल गया. सूचना मिलते ही बिजली कर्मचारियों ने आनन-फानन बिजली को बंद कर दिया.
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मानसून के शुरू होते ही पलवल में जलभराव की समस्या देखने को मिल रही थी. जो कि बरसात के जाते-जाते भी ठीक नहीं हुई. जिसके चलते शहर में प्रशासन के दावों की एक बार फिर पोल खुलती नजर आ रही है. बारिश होने की वजह से बिजली की तारों में आग लगने के साथ-साथ अन्य कई समस्याओं को सामना स्थानीय नागरिकों को करना पड़ रहा है. आलम यह है कि पलवल में जल निकासी का सही प्रबंधन नहीं होने के चलते आगामी चुनाव में यह मुद्दा बीजेपी पर भारी पड़ सकता है. करीब 9 साल के शासनकाल के बाद भी पलवल में जलभराव खत्म न होने के चलते यहां के लोगों में सरकार के प्रति खासा रोष देखने को मिल रहा है.
पलवल में तालाब बनी सड़कें पलवल में हालात ऐसे हैं कि यहां पर न सिर्फ सड़कों और रास्तों पर तालाब है, बल्कि सरकारी भवनों में भी जलभराव नजर आ रहा है. राहगीरों को भी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. शहर में महिला थाना, पटवार घर वाला रास्ता, जिला नगर आयुक्त कार्यालय, पलवल के बस स्टैंड परिसर के साथ-साथ पलवल शहर की गलियां और सड़कें बारिश के चलते जलमग्न हो गई है.
भले ही जिला प्रशासन और नगर निगम के आला अधिकारियों द्वारा पानी निकासी को लेकर हर साल बड़े-बड़े दावे किए जाते हों और पानी निकासी के नाम पर मोटी रकम खर्च की जाती हो, लेकिन इन सबके बावजूद भी हर बरसात में उन दावों की पोल खुल जाती है. प्रदेश सरकार में प्रशासनिक अधिकारियों पर कोई लगाम नहीं है. यहां पर तो सरकार के विधायक भी समस्या सुनने को तैयार नहीं है. जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है. अरुण, स्थानीय निवासी
पलवल राजीव नगर में जलभराव शहर के लोगों का कहना है कि बीजेपी जिस तरीके से शासन चला रही है. आने वाले चुनाव में इस लापरवाही का भुगतान करना पड़ सकता है. हैरानी की बात तो यह है कि बार-बार शिकायत करने पर भी अधिकारी सुनने को तैयार नहीं. पलवल के बस स्टैंड परिसर में बरसात के चलते हर साल रोडवेज विभाग को भी सरकारी राजस्व का मोटा नुकसान उठाना पड़ता है. क्योंकि पलवल के बस स्टैंड परिसर में जलभराव होने के चलते सवारियां बस स्टैंड परिसर के अंदर नहीं जा पाती है और वह परिसर के बाहर से निजी वाहनों का सहारा लेकर अपने गंतव्य तक जाने के लिए मजबूर हो जाती हैं.
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वहीं, पलवल की राजीव कॉलोनी में बरसात के मौसम में बिजली के खंभे पर लगे तारों में अचानक भीषण आग लग गई. स्थानीय लोगों द्वारा आग की सूचना बिजली विभाग को दी गई तो बिजली विभाग के अधिकारियों ने आनन-फानन में यहां की बिजली आपूर्ति को बंद करवाया. हालांकि इस दौरान कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ. स्थानीय लोगों का कहना है कि राजीव नगर में डॉक्टर लाल सिंह वाली गली में बिजली के खंभे पर तारों का मकड़ जाल बना हुआ है. वहीं, बिजली विभाग के अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि जल्द ही वह कर्मचारियों को भेज कर यहां की बिजली व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने का कार्य करेंगे.