पलवल:रसूलपुर रोड स्थित रेलवे लाइन के ऊपर निर्माणाधीन पुल (Under construction bridge in Palwal) लोगों के लिए आफत बना गया है. आरोप है कि कई बार डेडलाइन पूरी होने के बाद भी पुल का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है. चार साल में भी पुल निर्माण कार्य पूरा न होने से बैंसला और हसनपुर क्षेत्र के लाखों लोग प्रभावित हो रहे हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि लोगों को लंबी दूरी तय कर पलवल पहुंचना पड़ता है. जिससे समय और पैसा दोनों की हानि हो रही है.
पुल के समीप दोनों तरफ बनी कॉलोनियों के लोग भी निर्माण कार्य अधूरा होने की वजह से नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं. निर्माण कार्य होने से टूटी सड़कों पर चलना मुश्किल हो रहा है. वहीं इस रोड पर स्थित दुकानदारों और व्यापारियों का रोजगार भी पिछले चार सालों से ठप (railway line bridge rasulpur palwal) है.
पलवल में रेलवे लाइन के ऊपर पुल का निर्माण कार्य अधूरा दरअसल ग्रामीणों ने बताया कि केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने 18 अक्टूबर 2018 को रसूलपुर रेलवे पुल का शिलान्यास कराया था. सरकार की तरफ से रसूलपुर रोड पर रेलवे लाइन के ऊपर 18 महीने में पुल निर्माण का दावा किया गया था. चार साल बीत चुके हैं, लेकिन पुल का निर्माण 70% ही पूरा हुआ है. इस पुल निर्माण को जल्द पूरा कराने की मांग हर बार जिला ग्रीवेंस कमेटी की बैठक में भी उठती रही.
कई बार लोग केंद्रीय राज्य मंत्री व स्थानीय सांसद कृष्ण पाल गुर्जर और पलवल विधायक दीपक मंगला से भी इसकी शिकायत की जा चुकी है. इसके बावजूद पुल का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पा रहा है. अब पुल निर्माण की डेडलाइन दिसंबर 2022 रखी गई है. लेकिन अभी तक निर्माण कार्य की गति को देखते हुए इस साल भी इस पुल का निर्माण पूरा होने की कोई उम्मीद नहीं दिख रही (Villagers protest in haryana) है.
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धीमी गति से चल रहे इस पुल के निर्माण कार्य को लेकर लोगधरना प्रदर्शन भी कर चुके (Villagers protest in Palwal) हैं. लेकिन बावजूद इसके उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. लोगों का कहना है कि पुल का निर्माण कार्य पूरा नहीं होने से लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि स्थिति ऐसी है कि यहां एंबुलेंस तक नहीं आ सकती. जिसके चलते मरीजों को वह स्वयं अपने कंधों पर उठाकर अस्पताल तक ले जाने को मजबूर हैं. सबसे ज्यादा परेशानी का सामना गर्भवती महिलाओं को करना पड़ता है.
मुसीबत बना निर्माणाधीन रेलवे पुल समय पर उपचार न मिलने के कारण कई लोगों ने अपनी जान भी गंवा दी है. आए दिन रेलवे लाइन पार करते समय लोग रेल दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं. लोगों का कहना है कि इस ओर ना तो प्रशासनिक अधिकारियों का कोई ध्यान है और ना ही सरकार के नेताओं का. बरसात के मौसम में यहां से निकलना भी लोगों के लिए दूभर हो जाता है. सरकार और प्रशासन की अनदेखी के चलते लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं. लोगों ने सरकार से मांग की है कि सरकार को इस ओर ध्यान देते हुए जल्द ही पुल का निर्माण कार्य करवाना चाहिए, जिससे कि लोगों को किसी तरह की परेशानियों का सामना ना करना पड़े.