पलवल: आए दिन बढ़ रहे कुत्तों के काटने के मामलों ने जिलेभर में लोगों को परेशान किया हुआ है. जिला प्रशासन की तरफ से कुत्तों के नसबंदी की योजना भी सफल नहीं हो पाई है. पलवल शहर के जवाहर नगर कैंप, शेखपुरा मोहल्ला, शिव विहार कॉलोनी, कृष्ण कॉलोनी, देव नगर, काजीवाड़ा, कानूंगो क्षेत्र में कुत्तों का सबसे ज्यादा उत्पात है.
पलवल में कुत्तों ने मचाया आतंक, जनवरी से अब तक 7500 लोग हुए शिकार - palwal news
जिले में कुत्तों के काटने के बढ़ते मामलों ने शहरवासियों में चिंता का माहौल बना दिया है. आए दिन कोई न कोई कुत्तों का शिकार बन ही जाता है. जिले में हर दिन 50 लोग कुत्तों का शिकार बनते हैं. जो कि एक बड़ी समस्या है.
इन कॉलोनियों में जगह-जगह कुत्तों के झुंड घूमते रहते हैं. गली में किसी के भी प्रवेश करते ही कुत्ते उन पर भौंकने लगते हैं और काट लेते हैं. इस कारण कुत्तों से बचने के चक्कर में कई बार लोग वाहनों से गिर भी जाते हैं. आवारा कुत्तों से परेशान होकर कई बार लोग नगर परिषद के आला अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन परिषद के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं.
लोगों का कहना है कि जिले में शायद ही ऐसा कोई रिहायशी इलाका होगा. जहां कुत्तों का आतंक ना हो. ये कुत्ते अकेले आदमी को देखते ही उस पर टूट पड़ते हैं. मिली जानकारी के अनुसार पलवल जिले में प्रतिदिन 50 लोग कुत्ते के काटे जाने का शिकार हो रहे हैं. जिला नागरिक अस्पताल के आकड़ों के अनुसार साल 2019 जनवरी से अबतक करीब 7500 लोगों को कुत्तों ने अपना निशाना बनाया है.