पलवल: सम्मेलन को संबोधित करते हुए दिग्विजय चौटाला ने गठबंधन सरकार में किये गये जेजेपी के वायदों को खूब गिनाया. उन्होंने कहा कि हरियाणा के लोगों को नौकरियों में भी 75 प्रतिशत की हिस्सेदारी होगी. जल्द ही ये बिल विधानसभा में पास होगा.
'बुढ़ापा पेंशन 5100 रुपये नहीं की गई तो फिर राज छोड़ने में पीछे नहीं हटेंगे' 'बुजुर्गों को अपनी पेंशन को लेकर नाराज होने की जरूरत नहीं'
दिग्विजय ने कहा कि आज बुजुर्गों को अपनी पेंशन को लेकर नाराज होने की जरूरत नहीं है, क्योंकी जब गठबंधन हो रहा था तो दुष्यंत ने अमित शाह के सामने दो ही प्रमुख मांग रखी थी हरियाणा के लोगों को नौकरियों में 75 प्रतिशत की हिस्सेदारी मिले और बुजुर्गों को प्रतिमाह 5100 रुपये दी जाये, जिस पर शाह ने कहा था की वो एक बार में तो 5100 रुपये बुढ़ापा पेंशन नहीं कर सकते लेकिन पांच सालों में आपके वायदे को जरूर पूरा करेंगे और यदि बुढ़ापा पेंशन 5100 रुपये नहीं की गई तो फिर वो राज छोड़ने में भी पीछे नहीं हटेंगे.
यानि दिग्विजय सिंह चौटाला ने सरकार का पांचवें साल की शुरूवात में पेंशन 5100 नहीं होने पर गठबंधन तोड़ने के संकेत दिये. वहीं उन्होने गांव के लोगों से कहा कि आज पंचायत का मंत्रालय दुष्यंत के पास है आप विकास के लिये ग्रांट मांगने वाले बनें और अपनी पंचायत का एस्टीमेट दुष्यंत के पास भेजें.
'ग्रांट भेजने में दुष्यंत कोई कमी नहीं छोड़ेंगे'
आपके मांगने में कमी आ सकती है लेकिन दुष्यंत ग्रांट भेजने में दुष्यंत कोई कमी नहीं छोड़ेंगे. उन्होंने कहा कि संगठन मजबूत करने को लेकर दुष्यंत चौटाला निरंतर इस लडाई को लड़ रहे हैं. यदि हम 10 महीने में 10 सीटें जीत सकते हैं तो आने वाले 50 महीनों में 50 सीटें भी जीतेंगे और एक दिन वो दिन भी आयेगा जब दिल्ली के लालकिले पर चौधरी देवीलाल का ध्वज फहराया जायेगा.
उन्होंने कहा कि सरकार में रहते हुए पिछले कुछ दिनों में कार्यकर्ताओं में सुस्ती सी आ गई है. कई बार राज में आने से संगठन कमजोर पड़ जाता है, इसलिए संगठन को मजबूत करने के लिये 13 मार्च को अजय सिंह चौटाला के जन्मदिन पर पानीपत के इसराना में जजपा की रैली रखी गई है, जिसमें पलवल जिले के लोगों की ज्यादा से ज्यादा भागेदारी होनी चाहिये.