पलवल: कुछ बच्चे जन्म से ही विलक्षण प्रतिभा के धनी होते हैं. ऐसा ही एक बच्चा है जिसने अपनी प्रतिभा से अपने माता पिता को अचम्भित कर दिया है. तीसरी कक्षा में पढ़ने वाला आदित्य अग्रवाल एक यूट्यूब चैनल चलाता है. जिसमें वो बच्चों को कंप्यूटर कोडिंग करना मुफ्त में सिखाता है.
मोटिवेशनल स्पीकर हिमेश मदान ने बच्चे की तारीफ करते हुए कहा है कि कोडिंग का ज्ञान एक बीटेक प्रशिक्षक ही दे सकता है. लेकिन 8 वर्षीय छात्र आदित्य अग्रवाल जिसकी उम्र अभी सीखने की भी नहीं हुई है वो लोगों को सिखा रहा है. बता दें कि बड़ी-बड़ी कंपनियां कोडिंग सिखाने के नाम पर लाखों रुपये लेती हैं. वहीं ये छोटा सा बच्चा मुफ्त में कोडिंग सीखा रहा है.
आप जो भी कंप्यूटर, मोबाइल्स फोन, डिवाइसेस में देखते हैं वो सब कोडिंग से ही बना होता है. कोडिंग कंप्यूटर से बात करने का एक माध्यम है. क्योंकि कंप्यूटर को न तो हमारी भाषा आती है और न हमें कंप्यूटर की भाषा आती है. उदाहरण के तौर पर किसी व्यक्ति को इंग्लिश आती है तो किसी को स्पेनिश, जिसकी वजह से ये दोनों आपस में संवाद नहीं कर सकते. उन्हें संवाद करने के लिए एक कॉमन भाषा आनी चाहिए तो बस कोडिंग वही एक कॉमन भाषा है. जिसके जरिए अलग अलग भाषा जानने वाला कोडिंग के जरिए कम्पयूटर से संवाद कर सकते हैं.