नूंह: अरावली पर्वत की वादियों में नूंह शहर से महज 6 किलोमीटर दूर बीवां गांव (Biwan Village Nuh) इन दिनों अपनी खूबसूरती के लिहाज से अलग पहचान बनाए हुए है. बीवां गांव इन दिनों चर्चा में इसलिए बना हुआ है कि यहां की गलियों और रास्तों में पड़ने वाली दीवारों पर रंग-बिरंगी पेंटिंग (Biwan Village Wall Painting) अपनी सुंदरता की छटा बिखेर रही हैं. दीवारों पर बनाई गई आलीशान पेंटिंग स्वास्थ्य, पर्यावरण एवं सुंदरता को बढ़ावा दे रही हैं.
जो भी कोई इस गांव की गलियों से गुजरता है वो यहां कि दीवारों पर की गई पेंटिंग की तारीफ करें बिना नहीं रह सकता. गांव में कई सालों से काम कर रही एबीएस फाउंडेशन ने ना केवल गांव में बने मकानों की दीवारों को सुंदर बनाया, बल्कि गांव में सभी रास्तों को पक्का कर आधुनिक तरीके से बनाया गया है. भारी बरसात के बावजूद भी गांव की गलियों में पानी कीचड़ दूर-दूर तक दिखाई नहीं देता. एबीएस फाउंडेशन के कर्ता-धर्ता एसएस संधू के अलावा उनका कामकाज संभाल रहे नवीन लाठर ने इस गांव की कायापलट करने के लिए एक नहीं बल्कि कई सराहनीय कदम उठाए हैं.
इस फाउंडेशन ने गांव में करोड़ों रुपये के विकास काम कराए है. गांव के लोग सरकार से कहीं ज्यादा समाजसेवी एसएस संधू पर भरोसा करते हैं. गांव की मस्जिद में भी लाखों रुपये खर्च कर उसे भव्य तरीके से बनाया गया है. पंजाब के जालंधर से सीख लेकर हरियाणा के सबसे पिछड़े नूंह जिले के बीवां गांव में ये प्रयोग किया गया है, जो लोगों को खूब रास आ रहा है.