नूंह: मेवात मॉडल स्कूल में शनिवार को छात्राओं ने रैली निकालकर फसलों के अवशेष और पराली नहीं जलाने की शपथ ली. सामाजिक संगठन गालिब मौजी खान फाउंडेशन और पर्यावरण केयर अभियान में छात्राओं ने एक स्वर में कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन हो रहा है. स्मोक के कारण आम जनमानस को सांस लेने में तकलीफ हो रही है. पर्यावरण में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ गई है और ऑक्सीजन की लगातार घट रही है जो चिंताजनक है.
निकाली गई जागरूगता रैली
शिक्षिका नम्रता ने कहा कि पंजाब हरियाणा और उत्तर प्रदेश तथा हिमाचल प्रदेश से पराली जलाने की घटनाएं सामने आ गई है जिसने सरकार को संकट में डाल दिया है हमें भी छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देने की आवश्यकता है अगर हम दिनचर्या में कूड़ा करकट ना जलाए तो हम अपने पर्यावरण को संतुलित रख सकते हैं साथ ही किसानों को जागरूक करना पड़ेगा कि वो फसलों के अवशेष किसी भी सूरत में नहीं जलाएं तथा हरियाणा और पंजाब के किसानों को भी पराली नहीं जलाने का कदम उठाना पड़ेगा.
लोगों को बताया प्रदूषण से होने वाले प्रभावों को