नूंह: शनिवार को फिरोजपुर झिरका के नगरपालिका परिसर में अमन कमेटी के तत्वाधान में मेवात क्षेत्र गोशाला समिति समेत दोनों समुदायों के मौजिज लोगों की एक महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई. बैठक में दोनों समुदाय के लोगों ने भाईचारे की कसम खाते हुए कहा इलाके में शांति स्थापित करने के लिए वे मिलकर काम करेंगे. बैठक में मुख्य रूप से बोलते हुए पूर्व डिप्टी स्पीकर आजाद मोहम्मद ने कहा हमारा इलाका भाईचारे के लिए जाना जाता है. बीते दिनों नूंह में ऐसे हालात पैदा हुए जिससे यहां के भाईचारे में खटास पैदा हो गई. नूंह की हिंसा दुखदायी है.
आजाद मोहम्मद ने कहा जिस दिन यह घटना हुई, उस दिन फिरोजपुर झिरका में भी इसकी लपटें पहुंचने वाली थी, परंतु अमन कमेटी और उसके सदस्यों ने यहां मोर्चा संभाला और इलाके को सांप्रदायिक दंगों से बचा लिया. उन्होंने कहा हम अपने इलाके के भाईचारे को किसी भी सूरत में बिगड़ने नहीं देंगे. इसके लिए चाहे हमें किसी भी हद तक जाना पड़े. उन्होंने कहा मेवात को जलाने वालों पर कोई रियायत नहीं होनी चाहिए चाहे वो किसी भी समाज के हों.
ये भी पढ़ें-नूंह हिंसा पर दुष्यंत चौटाला का बड़ा बयान, गौरक्षा के नाम पर प्रदेश का माहौल खराब कर रहे कुछ लोग, बहुत उकसाने के बाद हुई मेवात की घटना
इस मौके जिला पार्षद उमर पाडला, रिटायर्ड एक्सईएन यूनुस खान और फजरुदीन बेसर ने संयुक्त रूप से कहा कि नूंह की घटना ने मेवात के भाईचारे की तस्वीर को धूमिल किया है. इस प्रकार की घटना भविष्य में ना हों, इसके लिए हम सभी को मिलकर निर्णायक कदम उठाने होंगे. बैठक में उपस्थित डीएसपी के समक्ष मुस्लिम समाज के लोगों द्वारा पुलिस कार्रवाई और नाजायज गिरफ्तारियों को लेकर बात रखी गई और उन्हें बताया गया कि गांवों में पुलिस कार्रवाई को लेकर भय और डर का माहौल है. ऐसे में पुलिस किसी को नाजायज परेशान ना करे.
अमन कमेटी और गौशाला समिति की बैठक. बैठक में शामिल लोगों की बात पर डीएसपी ने आश्वासन दिया कि निर्दोष लोगों को नहीं पकड़ा जाएगा. मुस्लिम समाज के लोगों ने भी डीएसपी को आश्वासन दिया कि वे हिंसा में शामिल दोषियों की सूची उन्हें सौंपे जिन्हें पकड़कर पुलिस के हवाले किया जाएगा. वहीं भाजपा नेता महेन्द्र गर्ग ने कहा नूंह की हिंसा ने सभी को प्रभावित किया है. इस प्रकार की घटनाओं से क्षेत्र के विकास पर असर पड़ता है. यदि यहां भविष्य में ऐसा होता है, तो निश्चित ही यहां विकास का पहिया रूक जाएगा, बाहरी उद्योगपति यहां व्यापार करने से हिचकिचाएंगे.
ये भी पढ़ें-नूंह में हिंसा के बाद गरज रहा मनोहर सरकार का बुलडोजर, पूरे जिले में हो रही अवैध कब्जों पर तोड़फोड़ की कार्रवाई
डीएसपी सतीश वत्स ने कहा मेवात की घटना निंदनीय और दुखदायी है. यह घटना इंटरनेशनल न्यूज बनी, जो नहीं बननी चाहिए थी. उन्होंने कहा इस घटना के लिए जो भी जिम्मेदार हैं उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा दंगों को देखते हुए सभी क्षेत्रों में फोर्स तैनात है. यह तमाम टुकड़ियां अपने-अपने क्षेत्रों में शांति और सुरक्षा के लिए फ्लैग मार्च कर रहीं हैं. हमारा मकसद इलाके में शांति स्थापित करना और लोगों को भयमुक्त वातावरण देना है.
डीएसपी ने बताया कि नूंह हिंसा से जुड़े कुछ तथ्य तथा फुटेज हमारे हाथ लगे हैं, जिसकी सूची गांव के मौजिज लोगों को सौंप दी जाएगी. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि दोषियों की पहचान कर उन्हें पुलिस को सौंपा जाएगा अन्यथा पुलिस अपने स्तर पर कार्रवाई कर दोषियों को पकड़ने का काम करेगी. उन्होंने कहा अफवाहों से बचें और अपने इलाके में शांति बनाए रखें. बैठक के बाद दोनो समुदायों के लोगों ने पुलिस प्रशासन की टीम के साथ शहर में शांति मार्च निकाला. 31 जुलाई को नूंह में हुई हिंसा के आरोप में अब तक 105 एफआईआर दर्ज की जा चुकी है. हिंसा फैलाने के आरोप में 216 लोग गिरफ्तार किए गये हैं.
ये भी पढ़ें-नूंह हिंसा के बाद पुलिस की कार्रवाई जारी, कुल 104 FIR दर्ज, 216 गिरफ्तार- अनिल विज