नूंह: जहां चाह है वहीं राह है...कुछ ऐसा ही कर दिखाया है नूंह जिले के नीमका गांव के रहने वाले इरफान (Irfan of Nuh Neemka village) ने. इरफान 28 साल का वह युवक है जिसने कॉन्स्टेबल पद पर रहते हुए अपनी पढ़ाई जारी रखी. इरफान ने शिक्षा क्षेत्र में वो मुकाम हासिल किया है जिसका सपना हर दूसरा व्यक्ति देखता है. इरफान के प्रयासों औऱ सफलता की तारीफ हरियाणा पुलिस के तेजतर्रार अधिकारी पंकज नैन ने भी की है. बता दें कि इरफान 2019 में हरियाणा पुलिस में कांस्टेबल के पद पर तैनात हुआ था.
इरफान के नक्शे कदम पर चल रहा छोटा भाई:कांस्टेबल पद पर रहते हुए इरफान ने अपनी पढ़ाई जारी रखी. उन्हें देश के प्रतिष्ठित आईआईएम इंदौर और जम्मू से फैलोशिप के लिए निमंत्रण भी मिला है. बता दें कि अब इरफान अब हरियाणा पुलिस की नौकरी छोड़कर आईआईएम इंदौर में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. बड़े भाई के नक्शे कदम पर चलते हुए छोटे भाई एहसान ने भी इसी साल हरियाणा पुलिस में सिलेक्शन पाया है. कांस्टेबल इरफान की हरियाणा ही नहीं बल्कि देशभर में तारीफ हो रही है. अगर कुछ कर गुजरने का जुनून व जज्बा हो तो कोई भी बाधा पार की जा सकती है और नौकरी में रहते हुए भी बड़े से बड़ा मुकाम हासिल किया जा सकता है लाडले की इस उपलब्धि से नीमका गांव में जश्न का माहौल है तो माता पिता व भाई बहनों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं है.
सफलता के पीछे परिवार का श्रेय:इरफान अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार को देते हैं. इरफान के पिता नसरूदीन नीमका सुगड़ा गांव के एक किसान ((Nuh constable Irfan)) हैं. उन्होंने 2019 में हरियाणा पलिस में ज्वाइनिंग की थी. सिपाही के पद पर रहते हुए इरफान ने IIM इंदौर से PHD की. छोटे भाई अहसान का भी हरियाणा पुलिस में 2022 में सेलेक्शन हुआ है. इरफान के परिवार में पांच भाई, 7 बहन हैं. कुल मिलाकर बात करें तो इरफान के 12 बहन-भाई है. इरफान अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार को देते हैं.