नूंह:नूंह में बारिश ने प्रशासन के दावों की पोल खोलकर रख दी. बारिश की वजह से किसानों का सारा गेहूं भीग गया. प्रशासन ने गेहूं के लिए ना तो तिरपाल की व्यवस्था की थी और ना ही शेड की. अधिकारियों से जब इस बारे में बात की गई तो वो कुछ भी कहने से बचते नजर आए.
मंड़ी प्रशासन की वजह से किसानों को काफी नुकसान हुआ है. अनाज मंडी में अपने गेहूं ले जाने वाले किसानों के लिए ये बरसात किसी आफत से कम नहीं है. उनका पीला सोना अनाज मंडी में बिकने से पहले ही भीग गया.
इसके अलावा, अगर बात आढ़तियों द्वारा खरीदी गई फसल की करें तो बोरियों में भरी हुई फसल अनाज मंडी में भीग गई. वहीं रमजान के पवित्र महीने में जो रोजेदार भीषण गर्मी की वजह से रोजा रखने में उसे थोड़ा हिचकिचाह रहे थे. उनको रविवार को कुदरत ने इलाके में बरसात कर राहत देने का काम किया है. बरसात के बाद तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है.
तेज ठंडी हवाओं से रोजेदारों को रोजा पूरा करने में बड़ी आसानी हुई. कई घंटे भूखे-प्यासे रहने वाले रोजेदारों को मौसम खुशगवार होने की वजह से प्यास कतई भी नहीं लगी. इस बरसात से आने वाले दो-चार दिन और तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है, क्योंकि हरियाणा के अधिकतर जिलों में ये बरसात हुई है.