नूंह में जिला शिक्षा अधिकारी गिरफ्तार, रिश्वत लेने के आरोप में विजिलेंस ने पकड़ा नूंह: विजिलेंस विभाग गुरुग्राम (Vigilance Department Gurugram) की टीम ने जिला शिक्षा अधिकारी नूंह को सरकारी स्कूलों में फर्नीचर ड्यूल डेस्क इत्यादि का सामान लगाने की एवज में 10 लाख रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया है. जिला शिक्षा अधिकारी रामफल धनखड़ को सुबह तकरीबन 7 बजे नूंह स्थित गुरुद्वारा के समीप से किराए के मकान से गिरफ्तार किया गया.
विजिलेंस विभाग गुरुग्राम की टीम जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) नूंह को गिरफ्तार (District Education Officer Arrested in Nuh) करने के बाद पूरे मामले की जांच में जुट गई है. विजिलेंस इंस्पेक्टर जयपाल सिंह ने पत्रकारों को बताया कि सूरजमल नाम के व्यक्ति से डीईओ नूंह द्वारा सरकारी स्कूलों में फर्नीचर लगाने की एवज में 10 लाख रुपए मांगने की शिकायत विजिलेंस विभाग के पास की गई थी. विजिलेंस विभाग ने मंगलवार को जिला शिक्षा अधिकारी रामपाल धनखड़ को गिरफ्तार कर लिया गया है.
डीईओ के खिलाफ धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. विजिलेंस इंस्पेक्टर ने बताया कि इससे पहले भी आरोपी जिला शिक्षा अधिकारी 2 लाख रुपए की रिश्वत शिकायतकर्ता से ले चुका है. आरोपी जिला शिक्षा अधिकारी को बुधवार अदालत में पेश किया जाएगा. आपको बता दें कि जिला शिक्षा अधिकारी रामपाल धनखड़ को इससे पहले भी रिश्वतखोरी के एक मामले में पकड़ा जा चुका है और जेल की हवा खा चुका है.
खास बात यह है की जिला शिक्षा अधिकारी रामपाल धनखड़ लगातार विवादों के घेरे में रहे हैं, इसके बावजूद उनका धड़ल्ले से रिश्वत लेने का सिलसिला जारी रहा. आखिरकार 2023 में विजिलेंस विभाग ने भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों व कर्मचारियों को सलाखों के पीछे भेजने का सिलसिला तेज कर दिया है. नूंह जिले में पिछले 2 दिनों में दो बड़े अधिकारियों के खिलाफ विजिलेंस ने कड़ी कार्रवाई की है.
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