नूंह: आगामी 9 अप्रैल को अनाज मंडी नूंह में प्रस्तावित हिंदू संगठनों की महापंचायत को अनुमति नहीं देने की मांग इलाके में जोर पकड़ रही है. भारतीय किसान यूनियन के नेता आजाद खेड़ी कंकर व अन्य लोगों ने पुलिस कप्तान वरुण सिंगला और नूंह उपायुक्त अजय कुमार से मुलाकात कर इस पंचायत को रोकने की अपील की है.
डीसी तथा एसपी नूंह को दिए गए मांग पत्र में भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) का कहना है कि मेवात में सदियों पुराना भाईचारा चला आ रहा है, जो आगे भी इसी तरह कायम रहना चाहिए. लेकिन कुछ दिनों से मेवात के भाईचारे को बिगाड़ने के लिए बजरंग दल जैसे कुछ संगठन के कुछ लोग पंचायत करने की योजना बना रहे हैं. यहां से एक बड़ी आग लगाने की कोशिश की जा रही है. ऐसे शरारती लोगों को बैन किया जाए, ताकि दंगा फसाद से बचा जा सके.
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ज्ञापन में कहा गया है कि आगामी 9 अप्रैल 2023 को पंचायत नहीं होनी चाहिए. उस पंचायत से हिंसा की संभावना है. क्षेत्र के लोगों ने यह भी भरोसा दिलाया है कि गौ माता को बचाने के लिए वह प्रशासन व पुलिस के साथ हैं. अगर हिंदू संगठनों को धरना-प्रदर्शन या पंचायत करनी है तो जंतर मंतर दिल्ली जाकर करें. मुख्यमंत्री और प्रशासन के आला अधिकारियों से भारतीय किसान यूनियन टिकैत का आग्रह है कि इस महापंचायत को रोका जाए. अगर कोई बड़ा नुकसान पंचायत होने पर हुआ तो इसके लिए सरकार और प्रशासन जिम्मेदार होगा.
लोगों का कहना है कि राजस्थान के भरतपुर जिले के घाटमीका गांव के जुनैद तथा नासिर की जघन्य हत्या के बाद इलाके का माहौल पहले से ही ठीक नहीं है. बजरंग दल सहित कई हिंदू संगठन लगातार पंचायतें कर भड़काऊ बयानबाजी कर रहे हैं. जिसे लेकर क्षेत्र के लोग इस महापंचायत को रोकने की पुरजोर मांग सरकार व प्रशासन से कर रहे हैं.
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