नूंह: दिग्गज कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद अहमद पटेल सोमवार को मेवात क्षेत्र के गांव गोकलपुर पहुंचे. इस मौके पर पटेल ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बिना शिक्षा एक अच्छे समाज की कल्पना नहीं की जा सकती, शिक्षा इंसान के लिये बेहद जरूरी है.उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की सुरक्षा के लिए शिक्षित होना बेहद जरूरी है. अगर इंसान शिक्षित होगा तो देश-दुनिया की कोई भी ताकत आपके साथ भेदभाव नहीं कर सकती.
अहमद पटेल ने गोकलपुर वासियों को किया संबोधित आपको बता दें कि राज्यसभा सांसद अहमद पटेल ने सोमवार को पुन्हाना उपमंडल के गोकलपुर गांव में जलालुद्दीन वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा निर्मित राजीव गांधी मेमोरियल पब्लिक स्कूल के शिलान्यासकार्यक्रमके दौरानविशाल जनसमुह को सबोंधित किया. कार्यक्रम का आयेाजन संस्था के सदस्य हिकमतुल्ला द्वारा किया गया. गांव में पंहुचने पर राज्यसभा सांसद को ग्रामीणों की ओर से पगड़ी बांधकर स्वागत किया गया.
राज्यसभा सांसद अहमद पटेल ने कहा कि फाउंडेशन द्वारा यहां शिक्षा को बढावा देने के लिए बहुत अच्छा प्रयास किया है. स्कूल बनाना कोई आसान काम नहीं है, लेकिन संस्था के सदस्यों की हिम्मत है कि उन्होनें यहां शिक्षा के प्रसार के लिए प्रयास किया. पटेल ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में मेवात पिछड़ा इलाका है, इसमें कहीं कोई शक की गुंजाइश नहीं है. अहमद पटेल ने कहा कि शिक्षा से ही एक अच्छे समाज का निर्माण व कौम की तरक्की की जा सकती है.
अहमद पटेल आज मेवात क्षेत्र के गांव गोकलपुर पहुंचे आज के युग में देश-दुनिया के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना शिक्षा के जरिए ही संभव हो पाया है. इस मौके पर पूर्व शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद को याद करते हुए उन्होनें कहा कि गरीबों को शिक्षित करने के लिये बेहतर कदम उठाएं जानें चाहिएं. गुजरात से सांसद और सोनिया गांधी के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने भी कंप्यूटर क्रान्ति युग की शुरूआत की थी.
अहमद पटेल ने ये भी कहा कि दिल्ली से मात्र कुछ किलोमीटर दूर मेवात में शिक्षा की कमी देखी जाती रही है. स्कूल-कॉलेजों के अभाव में यहां बहन-बेटियोंको तालीम नहीं मिल पाती है. उन्होनें कहा कि शिक्षाको बढ़ावा देने के लिए वोइस संस्था को निजी तौर पर पूरा सहयोग करेगें. उन्होंने कहा कि शिक्षा के प्रसार में जात-धर्म न देखें, बल्कि हरइंसान को शिक्षित करने का प्रयास करें, ताकि एक अच्छे समाज का निर्माण हो सके. उन्होंने कहा किजब तक लोगों के दिलोमें एकता नहीं होगी, तब तक राष्ट्रएकता नहीं होगी.