महेंद्रगढ़ःमतदान के बाद अब चुनाव आयोग ने मतगणना को लेकर पूरी तरह से कमर कस ली है. इसके लिए मंगलवार को जिले में 2019 की होने वाली मतगणना से संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम रखा गया. इस दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त डॉ. गरिमा मित्तल ने अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए.
मतगणना से पहले अधिकारियों का प्रशिक्षण, 22 मई को फाइनल रिहर्सल
मतदान के बाद अब चुनाव आयोग ने मतगणना को लेकर पूरी तरह से कमर कस ली है. इसके लिए मंगलवार को जिले में 23 मई को होने वाली मतगणना से संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम रखा गया.
22 मई को होगी फाइनल रिहर्सल
उपायुक्त ने कहा कि आगामी 23 मई को पीआर सेंटर और आईटीआई गर्ल्स में चारों विधानसभा क्षेत्रों की मतगणना होगी. उसी के लिए आज एक संयुक्त प्रशिक्षण था. 22 मई को होने वाले प्रशिक्षण में सभी को विधानसभा वाइज ड्यूटी बताई जाएगी. ये प्रक्रिया रेंडमाइजेशन में ऑब्जर्वर की उपस्थिति में होगी. 23 मई को मतगणना के दिन सभी को संबंधित टेबल की ड्यूटी सुबह सौंपी जाएगी. इसके लिए अधिकारियों को सुबह साढ़े 6 बजे तक मतगणना केंद्र पर पहुंचना होगा.
नारनौल विधानसभा क्षेत्र में लगेंगे 13 टेबल
उन्होंने बताया कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 14 टेबल लगेंगे. वहीं बात करें नारनौल विधानसभा क्षेत्र की तो यहां 13 टेबल लगाई जाएंगी. प्रत्येक टेबल पर मतगणना माइक्रो ऑब्जर्वर, मतगणना सहायक तथा मतगणना सुपरवाइजर होगा. जिले में कुल 240 अधिकारी-कर्मचारियों को लगाया गया है. इनमें 20 फीसदी अतिरिक्त स्टाफ भी है.
मतगणना केंद्र पर रहेगी कड़ी नजर
केंद्र पर संबंधित एआरओ मौजूद रहेगा जो अपने केंद्र पर मतणना पर नजर रखेगा. सभी टेबल पर राजनीतिक पार्टियों के एजेंट मौजूद रहेंगे. जो हॉल में लगाई गई लोहे की जाली की दूसरी तरफ रहेंगे. इस मौके पर उपायुक्त ने कंट्रोल यूनिट से मतों की गणना करने तथा प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र की पांच-पांच वीवीपैट की पर्चियां गिनने के तरीके बताए. साथ ही उन्होंने संबंधित कागजी कार्रवाई के बारे में भी विस्तार से बताया.