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कुरुक्षेत्र में ड्रेन की पटरी टूटी, घरों तक पहुंचा पानी तो लोग करने लगे पलायन, जिला प्रशासन के दावे फेल!

पिछले दिनों से जिस तरीके से भारी बारिश हो रही है. उससे हालात बेहद चिंताजनक हो गए हैं. कुरुक्षेत्र में लोगों के घरों तक पानी (flood in Kurukshetra) घुस गया है. यहां पर स्थानीय लोग पलायन करने को मजबूर हो गए हैं.

flood in Kurukshetra
कुरुक्षेत्र में ड्रेन की पटरी टूटी

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Published : Jul 12, 2023, 5:08 PM IST

कुरुक्षेत्र में बाढ़ से बेहाल लोग.

कुरुक्षेत्र:हरियाणा में भारी बारिश से चारों ओर तबाही की तस्वीरें डरा देने वाली है. कई जिलों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं. वहीं, अगर कुरुक्षेत्र जिले की बात करें तो कुरुक्षेत्र जिला भी बाढ़ से प्रभावित हो चुका है. जहां मारकंडा नदी के उफान पर आने से चारों ओर जलभराव हो गया है. तो वहीं, मंगलवार के दिन गांव ठोल के पास नरवाना ब्रांच नहर की पटरी टूटी हुई है. जिससे कई गांव जलमग्न हो चुके हैं.

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अब सरस्वती नदी में भी जलस्तर काफी बढ़ा है. जिसके कारण शहर के उत्तरी भाग की कई कॉलोनियों में उसका पानी घुस चुका है. वहीं, अगर बात करें सोमवार के दिन से गांव नरकातारी और दबखेड़ी के बीच में ड्रेन टूटने से आसपास के कई गांव जलमग्न हो चुके हैं. लेकिन वहां पर जलस्तर ज्यादा होने के चलते पानी अब शहर की तरफ घुसने लगा है. जिसने गांव नरकातारी,दीदार नगर कॉलोनी और शांति नगर कॉलोनी में पानी तीन से चार फीट आ चुका है और लोगों के घरों में भी पानी घुसना शुरू हो गया है.

जलमग्न से तबाही

ईटीवी भारत की टीम ने ग्राउंड पर जाकर देखा कि हालात काफी खराब होते जा रहे हैं. लोगों का कहना है कि ड्रेन को टूटे हुए 3 दिन हो चुके हैं. इसके बावजूद भी जिला प्रशासन और सरकार की तरफ से उसको दोबारा बनाया नहीं गया. जिसके चलते सारा पानी शहर में भी घुसना शुरू हो गया है.

सोमवार के दिन जब यह ड्रेन टूटा था, उस समय वह ड्रेन करीब 20 फीट चौड़ा था. अब पानी के कटाव से वह करीब 100 फ़िट चौड़ा हो गया है. जिसके चलते कुरुक्षेत्र की कई कॉलोनियों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं. जानकारी के अनुसार इस ड्रेन में पीछे से ज्यादा पानी आ रहा है, जिसके चलते हालात बेकाबू होते जा रहे हैं.

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ईटीवी भारत से बात करते हुए स्थानीय लोगों ने सरकार और जिला प्रशासन पर आरोप लगाए हैं कि अगर समय रहते ही ड्रेन को जोड़ दिया जाता. तो पानी पर काबू पाया जा सकता था. लेकिन अगर प्रशासन ने इस समस्या को गंभीरता से नहीं लिया. जिसका खामियाजा स्थानीय लोगों को भुगतना पड़ रहा है.

कुरुक्षेत्र में पलायन करने को मजबूर हुए लोग

हालात इतने बदतर हो गए हैं कि लोग अब अपने घरों से पलायन करने लगे हैं. जो आसपास में पशु रखते हैं, वह अपने पशुओं को बाढ़ वाले क्षेत्र से बाहर निकालने में लगे हुए हैं. हर कोई यह सोच रहा है कि किसी भी तरीके से वह इस बाढ़ के पानी से अपने आप को और अपने सामान को सुरक्षित किसी दूसरे स्थान पर पहुंचा सके.

वहीं, प्रशासन भी इस जलभराव की समस्या को हल करने के लिए बेबस नजर आ रहा है. लेकिन कुरुक्षेत्र जिला पुलिस 24 घंटे लोगों के बीच में रहकर उनको बाढ़ वाले क्षेत्र से बाहर निकालने का काम कर रही है. जिसके चलते ही कुरुक्षेत्र पुलिस का यह सराहनीय काम है. लेकिन जिला प्रशासन को भी इस पर संज्ञान लेना चाहिए, ताकि हजारों घरों को पानी से बचाया जा सके. क्योंकि अगर पानी ऐसे ही चलता रहा तो यह शहर के बाकी क्षेत्रों को प्रभावित करेगा.

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