करनाल: हरियाणा के खिलाड़ी एशियन खेल से लेकर खेलो इंडिया तक प्रदेश का नाम रोशन करने के लिए जीतोड़ मेहनत कर रहे हैं, लेकिन इन खिलाड़ियों को गड़बड़ी के चलते खेलने का सामान नहीं मिल पा रहा है. ये खिलाड़ी अपने लेवल पर ही सामान जुटाते हैं और खेल की प्रेक्टिस करते हैं. इन खिलाड़ियों को खेल लिए सामान क्यों नहीं मिल रहा, इसकी असली वजह जानकर आप दंग रह जाएंगे.
करनाल जिले में बने स्पोर्टस सेंटर स्टोर में खिलाड़ियों के लिए आने वाले सामान में भारी गड़बड़ी मिली है. खेल विभाग ने खिलाड़ियों के लिए सामान तो भेजा, लेकिन उसकी सप्लाई नहीं हुई और ये सामान कहां गया इसका पता भी नहीं चला. यहां करीब 2 साल में 10 लाख 19 हजार रुपये के सामान का घोटाला हो गया. इस घोटाले की जांच स्वयं खेल मंत्री संदीप सिंह ने कराई, तो 2 साल के ऑडिट में ये गड़बड़ी पकड़ी गई.
करनाल के खेल सेंटर स्टोर से 10 लाख 19 हजार का सामान गायब दरअसल खेल राज्य मंत्री को छह मार्च को शहर के लोगों ने सामान गड़बड़ी की शिकायत दी थी, जिसके बाद उन्होंने स्पोर्टस सेंटर स्टोर का औचक निरीक्षण किया. उसी दौरान खेल मंत्री ने सेंटर स्टोर के रजिस्टर में काफी खामियां पाई. जिसके बाद खेल मंत्री ने स्टोर कीपर और डीएसओ को संस्पेड कर दिया था. जिसके बाद महालेखाकार हरियाणा द्वारा 2018 अप्रैल से 2020 मार्च तक खेल सामान का स्टॉक जांचा गया.
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ऑडिट पार्टी की ओर से पैरा 9 के अंतर्गत 10 लाख 19 हजार रुपये की राशि का सामान स्टॉक रजिस्टर में कम दिखाया गया. कम दिखाए गए सामान को लेकर जिला खेल अधिकारी को एक सप्ताह में जवाब देने को कहा. इस मामले में जिला खेल विभाग अपनी पुरानी गलतियों को दबाए बैठा था, ताकि किसी को सामान घोटाले का पता ना चल सके, लेकिन खेल के सामान में गड़बड़ी खेल विभाग की लापरवाही को दर्शाता है.