करनाल: हिंदू पंचांग के अनुसार 28 अक्टूबर को चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है, जिसका सूतक काल भारत में भी मान्य होगा. क्योंकि यह चंद्र ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा. चांद्र ग्रहण का पूरा असर भारत में होगा, चंद्र ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता. यही वजह है कि चंद्र ग्रहण के दौरान और इसके सूतक काल में कई प्रकार की सावधानी बरतनी चाहिए. यह चंद्र ग्रहण साल का अंतिम ग्रहण है. चंद्र ग्रहण और इसके सूतक काल में किसी भी प्रकार सामाजिक या धार्मिक काम नहीं किए जाते क्योंकि यह शुभ समय माना जाता है.
चंद्र ग्रहण का समय: पंडित पवन शर्मा ने बताया कि चाहे सूर्य ग्रहण हो या चंद्र ग्रहण दोनों का ही मानव जीवन पर काफी प्रभाव पड़ता है. चंद्र ग्रहण या सूर्य ग्रहण के दौरान किसी भी प्रकार के काम मानव के शरीर पर सीधा प्रभाव पड़ता है. हिंदू पंचांग के अनुसार चंद्र ग्रहण 28 और 29 अक्टूबर की रात को लगने जा रहा है. भारत में चंद्र ग्रहण लगने का समय 28 और 29 अक्टूबर की रात में 1:06 बजे से शुरू होगा, जबकि इसका समापन 2:52 बजे होगा. किसी भी प्रकार का ग्रहण लगने से उसके समय से 9 घंटे पहले ही सूतक काल शुरू हो जाता है. ऐसे में सूतक काल 28 अक्टूबर को शाम 4:00 बजे से शुरू हो जाएगा. चंद्र ग्रहण के दौरान किसी भी प्रकार का कोई अनुष्ठान पूजा-अर्चना करना शुभ नहीं माना जाता.
कहां-कहां पर दिखाई देगा चंद्र ग्रहण: पंडित पवन शर्मा के अनुसार 28 अक्टूबर को जो चंद्र ग्रहण लगेगा, उसका पूरा प्रभाव भारत में रहेगा. यह भारत सहित पश्चिमी और दक्षिणी प्रांत महासागर, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका, एशिया में कई जगहों पर दिखाई देगा. हिंदू पंचांग के अनुसार यह चंद्र ग्रहण मेष राशि और अश्विन नक्षत्र में लगेगा. वहीं, चंद्र ग्रहण के दौरान अपने घर के मंदिर के पर्दे बंद कर देने चाहिए, क्योंकि चंद्रमा की दूषित करने देवताओं की मूर्ति पर पड़ेगा. ऐसे में उनके कपाट बंद कर देने चाहिए.
चंद्र ग्रहण के दिन शरद पूर्णिमा: चंद्र ग्रहण के दिन ही शरद पूर्णिमा भी है. चंद्र ग्रहण के चलते शरद पूर्णिमा पर विशेष प्रभाव पड़ने वाला है, क्योंकि मान्यता है कि शरद पूर्णिमा के दिन खीर बनाई जाती है और खीर को पूरी रात बाहर चंद्रमा की रोशनी में रखा जाता है और सुबह उसको खाया जाता है. इस खीर को अमृत के बराबर माना जाता है. लेकिन, इस शरद पूर्णिमा की रात चंद्र ग्रहण लगने के चलते खीर को बाहर नहीं रख सकते, क्योंकि उसे चंद्रमा की दूषित किरणें खीर पर पड़ेंगे और खाने योग्य नहीं होगी, जिसके चलते इस बार शरद पूर्णिमा के दिन खीर खाना उचित नहीं है.
कौन सी राशि पर क्या पड़ेगा प्रभाव?:पंडित पवन शर्मा ने बताया जो भी ग्रहण लगता है उसका राशि पर विशेष प्रभाव पड़ता है. 28 अक्टूबर को लगने वाले चंद्र ग्रहण से भी कई राशियों पर प्रभाव पड़ने वाला है. चंद्र ग्रहण से कुंभ, वृश्चिक, कर्क, मिथुन राशि वाले लोगों को काफी लाभ होगा. इस राशि के लोगों को व्यापार नौकरी कारोबार में काफी वृद्धि होने वाली है जो भी उनके अटके हुए काम है वह भी बनेंगे. परिवार में सुख समृद्धि आएगी.
इन पर पड़ेगा विपरीत प्रभाव: इस बार चंद्र ग्रहण मेष राशि में लगने वाला है, जिसके चलते मेष राशि वालों पर उसका विपरीत प्रभाव पड़ने वाला है. इसलिए मेष राशि वालों को किसी भी प्रकार के व्यापार में वृद्धि नहीं करनी चाहिए, क्योंकि इससे उनको नुकसान हो सकता है. वहीं, कोई भी काम नहीं शुरू करना चाहिए. अगर इस राशि के लोग कहीं पर पैसा निवेश करने की सोच रहे हैं तो वह ऐसा करने से बचे. क्योंकि उनका आर्थिक नुकसान होने के आसार हैं.