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Chandra Grahan 2023: 28 अक्टूबर को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण, जानिए कौन सी राशि पर क्या पड़ेगा प्रभाव, गर्भवती महिलाएं रखें खास ध्यान - चंद्र ग्रहण के दिन शरद पूर्णिमा

Chandra Grahan 2023 साल का आखिरी चंद्र ग्रहण शनिवार, 28 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा के दिन लगने जा रहा है. यह चांद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा. सूर्य ग्रहण हो चाहे चंद्र ग्रहण दोनों का मानव जीवन पर काफी प्रभाव पड़ता है. ऐसे में आइए पंडित पवन शर्मा से जानते हैं इस चांद्र ग्रहण का किन राशियों पर क्या पर्भाव पड़ने वाला है... (Lunar eclipse 2023 lunar eclipse effects on zodiac signs )

Chandra Grahan 2023 Lunar eclipse 2023
साल का आखिरी चंद्र ग्रहण

By ETV Bharat Haryana Team

Published : Oct 26, 2023, 7:37 AM IST

करनाल: हिंदू पंचांग के अनुसार 28 अक्टूबर को चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है, जिसका सूतक काल भारत में भी मान्य होगा. क्योंकि यह चंद्र ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा. चांद्र ग्रहण का पूरा असर भारत में होगा, चंद्र ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता. यही वजह है कि चंद्र ग्रहण के दौरान और इसके सूतक काल में कई प्रकार की सावधानी बरतनी चाहिए. यह चंद्र ग्रहण साल का अंतिम ग्रहण है. चंद्र ग्रहण और इसके सूतक काल में किसी भी प्रकार सामाजिक या धार्मिक काम नहीं किए जाते क्योंकि यह शुभ समय माना जाता है.

चंद्र ग्रहण का समय: पंडित पवन शर्मा ने बताया कि चाहे सूर्य ग्रहण हो या चंद्र ग्रहण दोनों का ही मानव जीवन पर काफी प्रभाव पड़ता है. चंद्र ग्रहण या सूर्य ग्रहण के दौरान किसी भी प्रकार के काम मानव के शरीर पर सीधा प्रभाव पड़ता है. हिंदू पंचांग के अनुसार चंद्र ग्रहण 28 और 29 अक्टूबर की रात को लगने जा रहा है. भारत में चंद्र ग्रहण लगने का समय 28 और 29 अक्टूबर की रात में 1:06 बजे से शुरू होगा, जबकि इसका समापन 2:52 बजे होगा. किसी भी प्रकार का ग्रहण लगने से उसके समय से 9 घंटे पहले ही सूतक काल शुरू हो जाता है. ऐसे में सूतक काल 28 अक्टूबर को शाम 4:00 बजे से शुरू हो जाएगा. चंद्र ग्रहण के दौरान किसी भी प्रकार का कोई अनुष्ठान पूजा-अर्चना करना शुभ नहीं माना जाता.

कहां-कहां पर दिखाई देगा चंद्र ग्रहण: पंडित पवन शर्मा के अनुसार 28 अक्टूबर को जो चंद्र ग्रहण लगेगा, उसका पूरा प्रभाव भारत में रहेगा. यह भारत सहित पश्चिमी और दक्षिणी प्रांत महासागर, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका, एशिया में कई जगहों पर दिखाई देगा. हिंदू पंचांग के अनुसार यह चंद्र ग्रहण मेष राशि और अश्विन नक्षत्र में लगेगा. वहीं, चंद्र ग्रहण के दौरान अपने घर के मंदिर के पर्दे बंद कर देने चाहिए, क्योंकि चंद्रमा की दूषित करने देवताओं की मूर्ति पर पड़ेगा. ऐसे में उनके कपाट बंद कर देने चाहिए.

चंद्र ग्रहण के दिन शरद पूर्णिमा: चंद्र ग्रहण के दिन ही शरद पूर्णिमा भी है. चंद्र ग्रहण के चलते शरद पूर्णिमा पर विशेष प्रभाव पड़ने वाला है, क्योंकि मान्यता है कि शरद पूर्णिमा के दिन खीर बनाई जाती है और खीर को पूरी रात बाहर चंद्रमा की रोशनी में रखा जाता है और सुबह उसको खाया जाता है. इस खीर को अमृत के बराबर माना जाता है. लेकिन, इस शरद पूर्णिमा की रात चंद्र ग्रहण लगने के चलते खीर को बाहर नहीं रख सकते, क्योंकि उसे चंद्रमा की दूषित किरणें खीर पर पड़ेंगे और खाने योग्य नहीं होगी, जिसके चलते इस बार शरद पूर्णिमा के दिन खीर खाना उचित नहीं है.

कौन सी राशि पर क्या पड़ेगा प्रभाव?:पंडित पवन शर्मा ने बताया जो भी ग्रहण लगता है उसका राशि पर विशेष प्रभाव पड़ता है. 28 अक्टूबर को लगने वाले चंद्र ग्रहण से भी कई राशियों पर प्रभाव पड़ने वाला है. चंद्र ग्रहण से कुंभ, वृश्चिक, कर्क, मिथुन राशि वाले लोगों को काफी लाभ होगा. इस राशि के लोगों को व्यापार नौकरी कारोबार में काफी वृद्धि होने वाली है जो भी उनके अटके हुए काम है वह भी बनेंगे. परिवार में सुख समृद्धि आएगी.

इन पर पड़ेगा विपरीत प्रभाव: इस बार चंद्र ग्रहण मेष राशि में लगने वाला है, जिसके चलते मेष राशि वालों पर उसका विपरीत प्रभाव पड़ने वाला है. इसलिए मेष राशि वालों को किसी भी प्रकार के व्यापार में वृद्धि नहीं करनी चाहिए, क्योंकि इससे उनको नुकसान हो सकता है. वहीं, कोई भी काम नहीं शुरू करना चाहिए. अगर इस राशि के लोग कहीं पर पैसा निवेश करने की सोच रहे हैं तो वह ऐसा करने से बचे. क्योंकि उनका आर्थिक नुकसान होने के आसार हैं.

ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं रखें खास ध्यान: पंडित पवन शर्मा ने बताया कि चंद्र ग्रहण का गर्भवती महिलाओं पर काफी प्रभाव पड़ता है. क्योंकि ग्रहण के दौरान चंद्रमा और सूर्य से दोनों से दुष्ट किरणें निकलती हैं जो गर्भ में पल रहे बच्चे पर काफी प्रभाव डालती हैं. गर्भ में पल रहे बच्चे प्रभाव न पड़े इसके चलते गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी रखनी चाहिए. गर्भवती महिलाओं को चंद्र ग्रहण लगने के और उसके सूतक काल के समय में चांद की रोशनी में नहीं निकलना चाहिए, घर के अंदर ही रहना चाहिए.

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चंद्र ग्रहण के दौरान भलकर भी न करें ये काम: पंडित पवन शर्मा के अनुसार चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को किसी तरह का कोई काम हाथ से नहीं करने चाहिए जैसे चाकू, सुई, कैंची नहीं चलानी चाहिए. ऐसा माना जाता है कि अगर गर्भवती महिलाएं ऐसा काम करती हैं तो उसे उनके गर्भ में पल रहे बच्चों के हाथ में विकार पैदा हो जाते हैं.

ग्रहण के दौरान क्या करें गर्भवती महिलाएं: गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान विष्णु पुराण, हनुमान चालीसा, किसी अन्य पवित्र ग्रंथ को पढ़ना चाहिए. वहीं, जो भी गर्भवती महिलाएं हैं उन्हें अपने पास एक बर्तन में पानी डाल कर रखना चाहिए और साथ ही अपने पेट के ऊपर कांसे का बर्तन रखने चाहिए जिसे ऐसा माना जाता है कि कांसा का बर्तन चंद्रमा की दूषित किरणें गर्भ तक नहीं पहुंचने देती. इस गर्भ में पल रहे बच्चे पर प्रभाव नहीं पड़ता. वहीं, चंद्र ग्रहण के दौरान किसी खाने का सेवन नहीं करना चाहिए. गर्भवती महिलाएं चंद्र ग्रहण के दौरान भूलकर भी ना सोएं.

चंद्र ग्रहण के दौरान बरतें विशेष सावधानी: पंडित पवन शर्मा ने बताया कि चंद्र ग्रहण का प्रभाव गर्भवती महिलाओं पर ही नहीं आम जन पर भी पड़ता है. जब चंद्र ग्रहण लगता है तो उस दौरान घर से बाहर न निकलें. अगर घर से बाहर निकलते हैं तो अपने सिर पर कोई कपड़ा आवश्यक रखें. इससे चंद्रमा की दूषित किरणों का प्रभाव कम हो जाता है. वहीं, जब सूतक काल शुरू होने पर खाना नहीं खाना चाहिए और अपने खाने और पीने की सभी सामग्री में तुलसी के पत्तों को खाने की सामग्री में डालना चाहिए. इससे खाने पर चंद्रमा की दूषित करने का प्रभाव कम हो जाता है. चंद्र ग्रहण के दौरान अपने घर की सफाई करें और खुद भी स्नान करें. चंद्र ग्रहण के दौरान इंसान को सोना भी नहीं चाहिए.

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