करनाल: हरियाणा में पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही सियासी पारा तेजी से ऊपर जा रहा है. राजनीतिक दलों के नेताओं में आरोप-प्रत्यारोप और जुबानी तीर जारी है. इस बीच हरियाणा में जिला परिषद चुनाव (zilla parishad election in haryana) को लेकर भी सरगर्मियां तेज हो चली है. बात करनाल की करें तो यहां पुराने चेहरों के बीच ही जिला परिषद के अध्यक्ष की जंग जारी है.
हालांकि इस बार कुछ नए चेहरे (candidates in karnal zilla parishad election) भी चुनावी मैदान में हैं, लेकिन प्रबल दावेदारी पुराने चेहरों की ही बताई जा रही है. करनाल जिले में जिला परिषद के 25 वार्ड हैं. जिसमें जिला परिषद चेयरमैन पद के लिए कुछ मुख्य चेहरे हैं. इस रिपोर्ट में हम उनके बारे में जानने की कोशिश करेंगे. इस रेस के लिए सबसे पहले बात करेंगे जिला परिषद चेयरपर्सन आशा मैहला की.
आशा मैहला प्रबल दावेदार: पिछले प्लान में आशा मैहला को करनाल जिला परिषद चेयरमैन के रूप में चुना गया था. आशा मैहला संजय मैहला की धर्मपत्नी हैं. संजय मैहला 2016 के पंचायत चुनाव से पहले इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी में 15 सालों से अपनी सेवाएं दे रहे थे, लेकिन चुनाव से कुछ समय पहले ही उन्होंने इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी छोड़कर बीजेपी ज्वाइन कर ली थी. इसके बाद बीजेपी की टिकट पर उनकी धर्मपत्नी आशा मैहला करनाल के जिला परिषद वार्ड नंबर आठ से जिला परिषद मेंबर चुनी गई और उसके बाद उन्होंने भाजपा के उम्मीदवार के रूप चेयरमैन का चुनाव लड़ा. जिसमें वो चेयरपर्सन चुनी गई.
उनके पति ने मौजूदा प्लान में असंध विधानसभा सीट से बीजेपी से टिकट मांगा था, लेकिन उनको टिकट नहीं दिया गया. जिससे खफा होकर उन्होंने भारतीय जनता पार्टी छोड़ दी थी और असंध विधानसभा सीट से आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था. जिसमें वो हार गए थे और तब से ही वो बीजेपी से अलग हो गए. अबकी बार संजय मैहला करनाल के जिला परिषद वार्ड नंबर 6 से जिला परिषद का चुनाव लड़ रहे हैं. जिला परिषद चेयरमैन के प्रबल दावेदारों में ये मुख्य चेहरा हैं.