करनाल:हरियाणा केकरनाल कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में पढ़ रहे एमबीबीएस के छात्रों के द्वारा पिछले 15 दिन से बॉन्ड की नई पॉलिसी के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है. जिसके विरोध में एमबीबीएस छात्रों ने 14 नवंबर की शाम को आंबेडकर चौक और अग्रसेन चौक पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की थी. अब प्रदर्शन के दौरान यातायात प्रभावित करने के आरोप में पुलिस प्रशासन ने पांच एमबीबीएस छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. एफआईआर दर्ज करने के लिए पुलिस ने हवाला दिया है कि इन छात्रों के द्वारा रोड मार्च करने के दौरान एंबुलेंस का रास्ता रोका गया और भड़काऊ बयानबाजी की गई. (Kalpana Chawla Government Medical College) (FIR on MBBS students in karnal)
एमबीबीएस के छात्र आदित्य ने पत्रकार वार्ता कर बताया कि सरकार उन्हें प्रदर्शन सेउठाने के लिए लगातार उनके ऊपर दबाव बना रही है और हर रोज पुलिस वाले आकर उनको धमका रहे हैं कि उनके ऊपर मामले दर्ज किए जाएंगे. इसी द्वेष के चलते ही सरकार ने पुलिस के द्वारा 5 एमबीबीएस के छात्रों के ऊपर एफआईआर दर्ज की है. छात्र आदित्य ने कहा कि पुलिस ने यह कहकर एफआईआर दर्ज की है कि छात्रों द्वारा एंबुलेंस का रास्ता रोका गया और न ही उनके पास प्रदर्शन करने की परमिशन थी. जबकि एमबीबीएस के छात्रों ने रोड मार्च करने से 1 दिन पहले डीसी ऑफिस में लिखित में दिया था कि वह यह प्रदर्शन करेंगे और उसके बाद भी उनके ऊपर जानबूझ कर दबाव बनाने के लिए एफआईआर दर्ज की गई है.(Karnal MBBS students Protest against bond policy) (Haryana MBBS students Protest against bond policy)
उन्होंने कहा कि उनके पास प्रदर्शन का वीडियो है. जब वे रोड मार्च कर रहे थे तो उन्होंने एंबुलेंस को रास्ता दिया था ना कि रास्ता रोका था. कहा कि हम मेडिकल के छात्र हैं और हमें पता है कि किसी भी मरीज की जान की क्या कीमत होती है. तो ऐसे में एंबुलेंस रोकने जैसा कदम नहीं उठा सकते. उन्होंने कहा कि अगर पुलिस प्रशासन ने समय रहते एफआईआर वापस नहीं ली तो उनको और बड़ा आंदोलन करना पड़ेगा. क्योंकि सरकार की मंशा साफ है कि सरकार हमें इस प्रदर्शन से हटाना चाहती है और तभी हमारे ऊपर एफआईआर दर्ज कर रही है. (MBBS students Protest against bond policy) (Protest against bond policy in Haryana)