करनाल: हरियाणा में सब्जी की खेती करने वाले किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी है. हाइब्रिड सब्जियों की पैदावार करने वाले किसानों को केंद्र सरकार की ओर से अब प्रति एकड़ 8 हजार रुपये तक का अनुदान दिया जाएगा. प्रदेश सरकार की योजना 'मेरा पानी मेरी विरासत' के तहत अगर कोई भी किसान धान की फसल छोड़कर दूसरी फसल जैसे मक्का, मसाले, दालें, सब्जियां व फल लगाते हैं तो उनको 7 हजार रुपये प्रति एकड़ अलग से अनुदान के रूप में मिलेंगे.
जिला उद्यान विभाग के अधिकारियों ने इस संबंध में किसानों को जागरूक करना शुरू कर दिया है. जिला उद्यान अधिकारी मदन लाल ने बताया कि हाइब्रिड सब्जियों में तोरी, शिमला मिर्च, भिंडी, बैंगन व गोबी की पैदावार की जा सकेगी. किसानों को हाइब्रिड सब्जियों की पैदावार के प्रति एसएमएस व व्हाट्सएप के माध्यम से भी जागरूक किया जा रहा है.
करनाल के किसान हाइब्रिड सब्जियों की खेती कर कमा रहे लाखों, इस योजना का भी मिल रहा लाभ किसानों की आय दोगुना करना है लक्ष्य
जिला उद्यान अधिकारी ने बताया कि योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों की आमदनी वर्ष 2021 तक दोगुना करना है. उन्होंने बताया कि कम क्षेत्र में सब्जियां व फलों की खेती करने से किसान अधिक रुपये तक कमा सकते हैं. इसके अलावा, सब्जियों के उगाने पर जमीन की पैदावार क्षमता भी बढ़ती है. जिला उद्यान विभाग की टीम सब्जियों की पैदावार करने के टिप्स दे रही है.
जिला उद्यान अधिकारी के अनुसार विभाग की एक टीम को किसानों को हाइब्रिड सब्जियों की पैदावार करने के टिप्स देने की जिम्मेदारी दी गई है. यही नहीं वैज्ञानिक तरीके से पैदावार करने के प्रति भी जागरूक किया जा रहा है. किसानों द्वारा पानी बचाने को लेकर नए ड्रिप सिस्टम को अपनाया जा रहा है. किसान भी जागरूक होकर योजना का लाभ लेने के लिए अपने कदम बढ़ा रहे हैं.
ड्रिप सिस्टम से किसानों को हो रहा लाभ
किसान मोहित ने बताया कि विशेषज्ञों द्वारा जल बचाओ को लेकर ड्रिप सिस्टम को अपना कर हमें बागवानी में काफी लाभ मिल रहा है. पानी का कम उपयोग होने से भी खेती बराबर हो रही है. वहीं किसान सूरजमल ने बताया कि वो 20 एकड़ में सब्जियां उगा रहा है और 12 एकड़ जमीन की और तैयारी कर रहा है जिसमें वो ज्यादा से ज्यादा सब्जियां उगा सकेगा.
किसान सूरजमल ने बताया कि उसने काफी समय पहले परंपरागत खेती को छोड़ बागवानी को अपना लिया था. उद्यान विभाग के विशेषज्ञों के बताए गए तरीकों पर चल आज मैं परंपरागत खेती से ज्यादा बागवानी में लाभ ले रहा हूं. किसान सूरजमल ने कहा कि दूसरे किसान भाई भी इस बात को समझें और बागवानी की ओर ध्यान दें. कम क्षेत्र में कम पानी से वो कम कीटनाशक के उपयोग करने से ज्यादा मुनाफा ले सकते हैं.
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