करनालःकोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए केंद्र सरकार की ओर से देशभर में लाकडाउन किया गया है. इसी बीच हरियाणा के करनाल जिले में लॉकडाउन के दौरान होने वाली मौतों का ग्राफ आधा हो गया है. जिले के श्मशान घाटों पर पहले जहां प्रतिदिन औसतन 12 शव पहुंचते थे तो वहीं 22 मार्च के लॉकडाउन के बाद ये संख्या औसतन 6 रह गई है.
करनाल के श्मशान घाटों से मिले आंकड़ों के अनुसार शहर के पांच प्रमुख श्मशान घाटों पर 22 मार्च से पहले 16 दिनों में 212 के करीब लोगों के अंतिम संस्कार होते थे, लेकिन 24 मार्च से 6 अप्रैल तक 106 लोगों के ही अंतिम संस्कार हुए हैं. इनमें से 3 लोगों की मौत दुर्घटना में हुई है तो अधिकतर की लंबी बीमारी व बुजुर्ग होने के कारण हुई है. मरने वाले अधिकतर 50 से अधिक उम्र के हैं.
'देह संस्कारों के आकड़ें हुए कम'
करनाल में श्री राम कृष्ण संकीर्तन मंडल (स्वर्गाश्रम) और अर्जुन गेट के वरिष्ठ उपप्रधान श्यामसुंदर ने बताया कि लॉकडाउन से पहले अंतिम संस्कार ज्यादा होते थे. मंडल के आंकड़े इस बात के गवाह हैं. लेकिन लॉकडाउन के बाद शवों की संख्या कम हो गई है. लगता है कि मृत्यु दर में कमी इस वजह से आई है क्योंकी ना तो प्रूदषण है और ना ही एक्सीडेंट है ऐसे में केवल नैचुरल डेथ ही हो रही है.
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